बिलासपुर। ‘रमन दादा मेरे पापा को नियमित कर दो, मुझे भी बड़ा होकर कलेक्टर बनना है, तस्वीर में दिख रहा यह मासूम एक अनियमित कर्मचारी का बेटा’ यह अपील एक संविदाकर्मी के बेटे ने एक पोस्टर को दोनों हाथ में रखकर एक तस्वीर में की है। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को दादा कहकर अपनी अपील में इस बच्चे ने अपनी पिता को नियमित करने की मांग की है।
यहां उल्लेखनीय है कि विगत कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी-अधिकारी संघ के आव्हान पर संविदाकर्मी हड़ताल पर रहे। सरकार द्वारा इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई कुछ दिन पूर्व ही सरकार ने संविदाकर्मियों को हड़ताल बंद कर काम पर लौटने के चेतावनी दी। नहीं मानने पर कुछ संविदाकर्मियों को बर्खास्त भी कर दिया।
अब शिक्षाकर्मियों की तरह संविदाकर्मी भी विरोध के नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। अनियमित कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर सभी 54 विभागों के संविदाकर्मी प्रतिनिधियों एवं विकास खंड अध्यक्षों द्वारा अपने-अपने विभाग की सहभागिता से हड़ताल को अंतिम लक्ष्य तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। इस दौरान विशेष महायज्ञ का आयोजन, छत्तीसगढ़ समृद्धि महायज्ञ, सद्बुद्धि महायज्ञ, हस्ताक्षर अभियान जैसे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 12 जुलाई से 4 दिनों तक 4 सूत्रीय मांगों को लेकर संविदाकर्मियों ने काली पट्टी लगाकर कार्य किया गया। इसके पश्चात 16 जुलाई से 3 दिनों तक जिला मुख्यालय में कलमबंद हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन जारी रहा व शासन द्वारा इन 7 दिनों में भी किसी भी प्रकार की सकारात्मक पहल नहीं की गई।