नोएडा। नोएडा के शाहबेरी गांव में 2 इमारतों के ढहने की घटना में बुधवार रात दो और शव मिलने के साथ ही इस हादसे में मरने वालों की संख्या सात तक पहुंच गई है। इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 18 अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया है। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है।
बचाव टीम ने मलबे में दबी एक महिला सहित 7 लोगों के शवों को बाहर निकाला है। बचाव और राहत कार्य अभी भी जारी है। आशंका है कि अभी भी इमारत के मलबे में दर्जनभर लोग और दबे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुये मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री ने घटना को गंभीरता से लेते हुए निर्माणाधीन भवन के निर्माण के दौरान प्रभावी प्रवर्तन की कार्यवाही में लापरवाही बरतने के कारण ग्रेटर नोएडा के सहायक प्रबंधक परियोजना अख्तर अब्बास जैदी एवं प्रबंध परियोजना वीपी भसह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुये उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई प्रारंभ किये जाने के आदेश दिए है।
इस बीच ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) विभा चहल को पद से हटा दिया गया है। योगी ने इस मामले की जांच मंडलायुक्त मेरठ द्वारा किए जाने के निर्देश दिये है। इसके अलावा अवैध निर्माण करवाने वालो के खिलाफ एफआईआर कराकर दोषी लोगों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए है। मुख्य दमकल अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि दोनों इमारतों में दर्जनभर लोगों की फंसे होने की आशंका है।
उन्होंने बताया कि रात से ही चल रहे बचाव और राहत कार्य में देर रात को दो लोगों के शवों को बाहर निकाला गया था, जबकि बुधवार सुबह एक व्यक्ति के शव को बाहर निकाला गया है। उन्होंने बताया कि बुधवार शाम छह बजे के करीब एक पुरुष और एक महिला के शव को बाहर निकाला गया। उन्होंने बताया कि देर रात एक महिला राजकुमारी (50) और 14 महीने की एक बालिका पंखुडी के शव बरामद किए गए।
इससे पूर्व मिली खबरों के मुताबिक दमकल अधिकारी ने बताया कि पांच शवों में से तीन की शिनाख्त हो पाई है। महिला का नाम प्रियंका है जबकि देर रात मिले 2 शवों की पहचान रंजीत तथा शमशाद के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि प्रियंका के परिवार के तीन लोग अभी मलबे में फंसे हैं, जिसकी पुष्टि उनके परिजनों ने की है।
उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला जाए। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद से आईं एनडीआरएफ की टीमें रात से ही बचाव कार्य में लगी है। एनडीआरएफ, जिला पुलिस तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। कुमार ने उम्मीद जतायी कि बचाव अभियान कल तक पूरा हो जाएगा।
वहीं मेरठ जोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राम कुमार ने बताया कि बिसरख थाना क्षेत्र के शाहबेरी गांव में कल रात छह मंजिला एक निर्माणाधीन इमारत ढह गई। उसकी चपेट में आकर उससे सटी एक पांच मंजिला इमारत भी ढह गई। उन्होंने बताया कि बिसरख पुलिस ने इस सिलसिले में करीब 2 दर्जन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
भूस्वामी गंगाशंकर द्विवेदी और दिनेश तथा संजय को गिरफ्तार कर लिया है। आईजी ने बताया कि अवैध इमारत का निर्माण करने को लेकर 18 अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। वहीं, गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है। सिंह ने बताया कि इस मामले की अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) कुमार विनीत सिंह के नेतृत्व में मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है।