
बिलासपुर। शहर में निर्माणाधीन तीसरा फ्लाईओवर को लेकर बड़ी लापरवाही बरती जा रही है, बिना किसी अनुभवी अधिकारी के यह निर्माण किया जा रहा है, इन आरोपों के साथ ज़िला शहर कांग्रेस और पार्षद दल द्वारा, नरेंद्र बोलर एवं शेख नजीरुद्दीन के संयुक्त नेतृत्व एवं वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में संभागायुक्त टी सी महावर की अनुपस्थिति में अपर आयुक्त सीएस डाहरे को तीसरा फ्लाई ओवर के निर्माण कार्यों की देखरेख व विशेष जांच कराने की मांग की है।
ज्ञापन सौंपकर कांग्रेस ने आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि जिसकी लागत 100 करोड़ है, 18 माह की अवधि में जिस कार्य को पूर्ण होना है। उसमें 11 माह बीत चुके और काम 5% का भी नहीं हुआ है। इसके निर्माण की देखरेख का काम नगरीय निकाय विभाग को सौंपा गया। विभाग की ओर से एक अधीक्षण अभियंता, एक सहायक अभियंता, दो उप-अभियंता इस कार्य के लिए नियुक्त किए गए हैं। जिनमें से किसी को भी पुल निर्माण का अनुभव नहीं है। उन्होंने आगे बताया कि बनारस में बड़ी दुर्घटना हो चुकी है, वहीं बिलासपुर में तुर्काडीह पुल निर्माण के 5 वर्ष के भीतर ही कालातीत हो गया है। निर्माण भ्रष्टाचार तो होगा ही, अनुभवहीन अधिकारी होने का भुगतान बिलासपुर के लोगों देने पड़ रहा है।
इस दौरान प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने कहा कि भ्रष्टाचार और अनुभवहीनता को देखते हुए हम कांग्रेसजन आगाह करने आए हैं, समय रहते अधिकारियों को बदल कर अनुभवी अधिकारी एवम् दक्ष विभाग से कराया जाए। चुनाव को देखते हुए मंत्री जी चुनावी पुल बनवा रहे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने पैसे खर्च होने के बावजूद भी अनुभवहीन और नौसिखियों को लाखों लोगों को प्रभावित करने वाले निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस दौरान शेख गफ्फार, चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, विजय पांडेय, राजेश पांडेय, शिवा मिश्रा, महेश दुबे, अभय नारायण राय, शैलेश पांडेय, तरु तिवारी, जसबीर गुम्बर, सीमा पांडेय, पंचराम सूर्यवँशी, तैय्यब हुसैन, शैलेन्द्र जायसवाल, अखिलेश बाजपेयी, रमाशंकर बघेल, मुकीम कुरैशी, रमेश गुप्ता, काशी रात्रे, भागीरथी यादव, जावेद मेमन, अमित दुबे, जहूर अली, मोती ठारवानी, बिल्लू मिश्रा, अजय मल्लू पन्त, सुभाष श्राप आदि उपस्थित रहे।