बिलासपुर। शहर विकास का खोखला मॉडल एक बार फिर बारिश होते ही जनता के सामने आ गया है, मंत्री के इशारे में चल रहे विकास कार्य के नाम पर जनता के पैसों का जमकर दुरुपयोग हो रहा है। पहले महाराणा प्रताप चौक से लेकर राजीव गांधी चौक तक डामरीकरण कराया गया। दो महीने बाद फिर से खोदकर फ्लाईओवर का काम शुरू कर दिया गया, जब खुदाई करवाना ही था, तो करोड़ों रुपये ख़र्च करके डामरीकरण ही क्यों कराया गया। रायपुर के स्काई वाक के निर्माण में सड़कों की ट्रैफिक को डिस्टर्ब किये बिना ही दर्जनों पिलर खड़ा कर दिया गया। लेकिन यहां 18 महीने के काम में 11 माह बीत गया, ठीक से चार पिल्हर तक नहीं बन पाया। इससे सिर्फ शहर की जनता परेशान हो रही है।
स्थानीय विधायक व मंत्री के शासनकाल को दुर्व्यवस्थाओं का शासनकाल बताते हुये, कांग्रेस कमेटी प्रदेश प्रवक्ता शैलेश पांडेय आगे कहते हैं कि, बारिश की वजह से विकास के दावों की पोल खुल गई है। बिलासपुर में विकास के बड़े-बड़े दावे हो रहे हैं लेकिन एक दिन की बारिश में पूरा शहर पानी में डूब गया। खुद नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल बिलासपुर के रहने वाले हैं इतना ही नहीं मंत्री करोड़ों रुपये का आंकड़ा दिखाकर मंत्री विकास का ढोल भी पीटते रहते हैं। इतने सालों में करोड़ों रुपये फूंकने के बाद भी पुराने बस स्टैंड की जलभराव की समस्या वही की वही बनी हुई है। इस क्षेत्र के व्यापारी भाइयों की आये दिन जलभराव मुसीबत बन गई है।
शैलेश ने आगे कहा कि हर साल शहर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने के लिए करोड़ों रुपये नाला-नाली के निर्माण में फूंक दिया जाता है। शहर विकास का मॉडल दिखाकर नगर निगम ने हर जोन के लिए 25-25 करोड़ रुपये का टेंडर निकाला।पुराने नाला-नालियों को तोड़कर नया बनाने का सिर्फ मात्रा ढोंग किया गया। इससे ना तो शहरवासियों की ड्रेनेज की समस्या हल हुई, ना शहर का विकास हुआ, बल्कि शहर विकास की ढोल पीटने वालों का विकास होते दिखाई दे रहा है। श्रीकांत वर्मा मार्ग को महीनों बाधित करके कलवर्ट बनाया गया, टेलीफोन एक्सचेंज रोड में नाली का निर्माण कराया गया। नतीजा कुछ भी सामने नही आया।जनता के करोड़ों रुपये विकास के नाम पर बर्बाद किया जा रहा है। विकास की आड़ में जमकर कमीशनखोरी का खेल खेला जा रहा है।
आगे शहर के विभिन्न विकास कार्यों में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए पीसीसी प्रवक्ता शैलेश ने बताया कि शहर के कई गली मोहल्लों में ड्रेनेज सिस्टम पहले बेहतर काम कर रहा था, लेकिन जनता को परेशान करके कई महीनों तक उनके घरों के सामने खुदाई कर नाली का निर्माण किया। ना तो गुणवत्ता में ध्यान दिया गया, ना ही इंजीनियरिंग में। अब पहले से ज्यादा पानी का भराव हो रहा है। शहर की पार्किंग व्यवस्था ध्वस्थ हो चुकी है, एक भी पार्किंग का निर्माण नहीं कराया जा सका है। जगदलपुर की हवाई कनेक्टिविटी हो गई, लेकिन बिलासपुर का तो सड़क कनेक्टिविटी भी ठीक नहीं है। सिर्फ कागजों में शहर विकास का मॉडल दिख रहा है। शहर के लोगों के साथ विकास के नाम पर छलवा करने वाले मंत्री जी चार महीने बाद आपकी विदाई तय है, क्योंकि बिलासपुर की जनता को विकास चाहिए।