
रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेशप्रवक्ता नितिन भंसाली ने बिलासपुर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर आरोप लगाते हुए, एक बड़ा खुलासा किया है। आरोप यह है कि जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर द्वारा जिले में 50 स्मार्ट क्लास के निर्माण के लिए लगने वाले लगभग 2 करोड़ रुपये के उपकरण ‘डिजिटल टीचिंग डिवाइस’ की जेम पोर्टल की निविदा में अधिकारियों द्वारा व्यक्ति विशेष या किसी कंपनी को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से 4 गुना अधिक कीमत देकर खरीदी की गई है। प्रदेश प्रवक्ता नितिन ने इस मामले की कड़ी जांच कर दोषियों को सजा देने की मांग की है।
नितिन ने जारी प्रेस नोट में आगे कहा है कि कंपनी को फायदा देने के उद्देश्य से, कमीशनखोरी एवं मिलीभगत कर जेम में पंजीकृत 39 कंपनियों को निविदा की मनमानी पूर्वक शर्तों की वजह से निविदा में भाग लेने से वंचित करते हुए लगभग 4 गुना अधिक दरों पर उपकरण खरीदी की गई है। प्रदेशप्रवक्ता नितिन ने इसकी शिकायत दस्तावेजो को सार्वजनिक कर प्रधानमंत्री, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री, मुख्यमंत्री की ओर शासन के आला अधिकारियों से करते हुए तत्काल निविदा निरस्त कर इस महाघोटाले में शामिल दोषी अधिकारियों और व्यपारियो पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
नितिन भंसाली ने बताया कि जेम पोर्टल में डिजिटल टीचिंग डिवाइस उपकरण की अन्य कंपनियों की दरें 90 हजार से लेकर 2 लाख 50 हज़ार राशि तक की दर्ज है। लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा मिलीभगत कर सायबर नेटिक्स डिजिटल क्लास रूम नामक कम्पनी से यह उपकरण 4 गुना अधिक दरों 3 लाख 99 हज़ार रुपये में खरीदने की तैयारी की जा रही है। अधिकारियों द्वारा उच्च स्तरीय संरक्षण में करोड़ों रुपयों की कमीशनखोरी की जा रही है। विभाग मिलीभगत कर जिस कम्पनी से उपकरण खरीदने की तैयारी कर रही है। जबकि उसका शासकीय कार्यों के कोई भी कार्य अनुभव भी नहीं है।
आगे उन्होंने बताया कि पूर्व में इन्हीं नियमो ओर शर्तों के साथ डिजिटल टीचिंग डिवाइस उपकरण की खरीदी किये जाने की निविदा बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी की गई थी। इसमें जेम पोर्टल में पंजीकृत अन्य कम्पनियों ने आपत्ति दर्ज की थी, विभाग ने आनन-फानन में निविदा निरस्त कर पुनः उसी दिन वापस इसी नियमो के साथ उनकी मनपसंद कंपनी सायबर नेटिक्स डिजिटल को निविदा जारी कर दी। उन्होंने इसके लिए ‘सायबर नेटिक्स डिजिटल क्लास रूम’ का नाम और मॉडल नम्बर का स्पष्ट उल्लेख कर दिया गया है।
यह साफ-साफ मिलीभगत की ओर इशारा कर रहा है, कम्पनी का नाम और इसी कम्पनी के उपकरण के मॉडल नम्बर का निविदा के उल्लेख किये जाने से जेम में अन्य 39 पंजीकृत कम्पनियां निविदा में भाग लेने से स्वमेव वंचित हो गई है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेशप्रवक्ता नितिन ने कहा है कि जेम पोर्टल में पंजीकृत 39 डीलरों की दरों को दरकिनार कर 4 गुना अधिक दरों पर लगभग 2 करोड़ रुपये राशि के डिजिटल टीचिंग डिवाइस की खरीदी करने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने इसे महाघोटाला ठहराते हुए जेम पोर्टल की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया है। उन्होंने कहा कि जेम पॉर्टल के माध्यम से खरीदी किये जाने का कार्य भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के माध्यम से किया था जिसमें इतने बड़े महाघोटालो को अंजाम दिया जा रहा है।