
बिलासपुर। आदिवासी कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त से, शासकीय कमला नेहरू अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास की छात्राओं ने छात्रावास अधीक्षिका के विरोध में ज्ञापन सौंपकर पद से हटाने की मांग की है। छात्रों ने छात्रावास अधीक्षिका के खिलाफ शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना करने व अभिभावकों से दुर्व्यवहार करने की शिकायत की है। छात्राओं ने अधीक्षिका के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए फौरन कार्रवाई करते हुए पद से हटाने की मांग की है।
बृहस्पतिबाजार चाँटापारा स्थित शासकीय कमला, नेहरू अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास की अधीक्षिका अन्नपूर्णा साहू पर वहां की छात्राओं ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके द्वारा यहां छात्राओं से मिलने आये उनके अभिभावकों व परिजनों से दुर्व्यवहार किया जाता है। छात्राओं का कहना है कि हॉस्टल अधीक्षिका अकारण ही उन्हें बुरा भला कहती रहती है, जब भी छात्राओं द्वारा इसका विरोध किया जाता है तो वह आगबबूला हो जाती है, और ही हिंसात्मक रवैये से पेश आती हैं।
वहीं छात्रा पूर्णिमा पूर्णिमा नेताम ने बताया कि छात्रावास अधीक्षिका छात्रों को दबाकर रखती है, बात-बात पर तानाशाही रवैया अपना कर छात्राओं को डराते-धमकाते रहती है। उनके इस व्यवहार से छात्रावास की सभी छात्राएं तंग आ चुकी है और उनसे छुटकारा पाना चाहती है। छात्राओं ने आदिवासी कल्याण विभाग सहायक आयुक्त से तत्काल कार्रवाई करते हुए छात्रावास की अधीक्षिका अन्नपूर्णा साहू को पद से हटाने की मांग की है।
इस दौरान बात सामने आई कि कुछ ही दिन पूर्व छात्रावास की अधीक्षिका ने अपने परिवारजनों से बात करने फोन लगवाने जा रही एक बालिका का गला दबा दिया। उसे मारने लगी। कुछ दिनों तक बालिका डरी-सहमी रही इसके बाद उसने अपने परिवार को इसकी जानकारी दी। पीड़ित बालिका की माँ लीलावती ध्रुव ने बताया कि उसकी बेटी से अधीक्षिका अन्नपूर्णा साहू ने दुर्व्यवहार किया और मारा भी साथ ही उसे चेतावनी दी कि अगर उसने इसकी शिकायत किसी से भी की तो वह उसे और उसके साथ आए लोगों को भी मारना पीटना शुरू कर देगी। चाहे वह उसके परिवार के लोग ही क्यों ना हो। इस दौरान छात्राओं ने बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति जनजाति विभाग के सहायक आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर तत्काल छात्रावास अधीक्षिका अन्नपूर्णा साहू को पद से हटाने की मांग की है।