बिलासपुर। कांग्रेस कमेटी प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल के नेतृत्व में जिला कांग्रेस कमेटी ने किसानों को बीमा राशि व राहत भुगतान देने की मांग पर तहसील घेराव कर पुरजोर प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और भाजपा सरकार की नीतियों को किसान विरोधी बताकर जमकर नाराज़गी जाहिर की। प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘किसान फांसी के फंदे से लटक रहे हैं और मुख्यमंत्री सुआ नाच पर मटक रहें है’ उन्होंने ललकार भरते हुए कहा कि प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक, मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ सरोज पांडे का सुआ नाच प्रदेश की जनता ने देखा है। प्रदेशाध्यक्ष बघेल ने कहा कि कांग्रेस का नारा है “कांग्रेस का कहना साफ, किसानों का कर्जा माफ, बिजली बिल होगा हाफ“। वहीं इस दौरन विधायक दिलीप लहरिया ने किसानों के दर्द को बयां करने के लिए गीत की प्रस्तुति दी।
पीसीसी अध्यक्ष बघेल ने बताया कि सुखा राहत के सरकार किसानों को धोखा दे रही है। धमतरी के किसान को ढाई पैसे देकर उन्हें संतुष्ट किया। भाजपा सरकार ने किसानों को प्रीमियम जमा करने का हक़ दिया है क्लेम करने का नहीं। हमारी सरकार आएगी यो किसानों का उनका पूरा हक मिलेगा। असंवेदनशील सरकार ने गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाकर आठ सौ पचास रुपए कर दिए हैं। उन्होंने आगे कहा कि बिजली बिल के नाम से अवैध उगाही की जा रही है। गांव में शराब की नदियां बहाई है, हमारी सरकार आएगी तो दूध की नदी बहेगी। हम बैलगाड़ी को हांकने वाले हैं और वह बैल गाड़ी में बैठना भी नहीं जानते हैं, सूखा राहत के नाम से गरीबों किसानों को धोखा दिया गया। जैसे ही प्रदर्शन खत्म हुआ, कांग्रेस के बरसने के बाद बादल बरसने शुरू हो गए बारिश किसानों ने राहत की सांस ली।
भाजपा सरकार पर जमकर बरसे बघेल, प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि जो पानी किसानों की खेत में जाना चाहिए वह उद्योगपतियों को सरकार दे रही है। बिजली दिन की अवैध उगाही से जनता परेशान हो चुकी है। अरपा नदी सुख रही है, हम इसे बचाने की हर लड़ाई लड़ रहे हैं। तहसील घेराव के दौरान कांग्रेसजनों के साथ बनी संख्या में किसानों ने बैलगाड़ी पर तखतपुर पुराना बस स्टैंड से लेकर तखतपुर तहसील तक रैली निकाली। तहसील कार्यालय के बाहर सभा के पश्चात जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी के नेतृृत्व में तहसीलदार भूपेन्द्र जोशी को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौंपकर किसानों को तत्काल राहत देने की मांग की गई।
कांग्रेस ने बताया कि सरकार के दोहरे मापदंड की वजह से राजनांदगांव को 465 करोड़ से अधिक राहत राशि किसानों को दी गई है। जिले के किसानों को लगभग 80 करोड़ की अपर्याप्त राशि ही बीमा फसल के नाम पर भुगतान की गई है।फसल बीमा के नाम पर जिले के 62,525 पंजीकृत किसानों से भारी भरकम प्रीमियम तो वसूला गया किंतु अकाल के पश्चात उन्हें बीमा राहत राशि का भुगतान नहीं किया गया। तकनीकी वजह बताकर जिला प्रशासन व राज्य शासन ने अधिकतर राशि को राज्य शासन के खाते में वापस जमा करा दिया। नियम के तहत 43 हज़ार रुपए प्रति हेक्टेयर सिंचित का और लगभग 35 हज़ार रुपए प्रति हेक्टेयर असिंचित जमीन का बीमा किया जाता है। लेकिन किसानों को 2 रूपए से 5 रूपए की बीमा राहत राशि किसानों के खेत में बहाए खून पसीने का अपमान है।
जानकारी देते हुए जिला कांग्रेस महामंत्री व प्रवक्ता अनिल सिंह चौहान ने बताया कि जिले की सभी तहसीलों को सूखा ग्रस्त घोषित करने के बाद भी भाजपा सरकार द्वारा कोई राहत जिले के किसानों को नहीं दी गई। जिले की अन्य तहसीलों का घेराव कार्यक्रम प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं व राष्ट्रीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में आयोजित किया जाएगा। जिसको लेकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी समन्वय स्थापित कर जल्द ही तारीखों का ऐलान करेंगे।
इस दौरान जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी, प्रदेश कांग्रेस सचिव आशीष सिंह, प्रदेश सचिव महेश दुबे, अर्जुन तिवारी, शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन, नगर पालिका अध्यक्ष सुरिंदर कौर मक्कड़, रश्मि सिंह, किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ला, मुंगेली जिलाध्यक्ष आत्मा सिंह क्षत्रीय, राजेन्द्र शुक्ला, पूर्व विधायक जगजीत सिंह मक्कड़, जितेंद्र पांडे, सुनील शुक्ला, मोहित सिंह ठाकुर,आतम जीत सिंह, संतोष गुप्ता, घनश्याम शिवहरे, राकेश तिवारी, राजेश देवांगन,संदीप खाण्डेय, शिवबालक कौशिक, मुन्ना श्रीवास, मुकीम अंसारी, टेकचंद कारड़ा, ज्ञान सिंह ठाकुर, कैलाश देवांगन, अवधेश शुक्ला, योगेंद्र सिंह, लक्ष्मी सिंह ठाकुर, अशोक पांडे, बड्डु गुप्ता देव, घनश्याम शिवहरे, अनिता लब्हात्रे, अशरफ भाई वनक, राजेश देवांगन, संतोष गुप्ता, मुन्ना श्रीवास, राकेश तिवारी, धर्मेश दुबे, बिहारी देवांगन, मोहित सिंह, आत्मजीत सिंह मक्कड़, नट्टू अजमत जायसी, शारदा साहू, सौहाद्रा राजपूत, घनश्याम वर्मा, राकेश पात्रे, विनोद दिवाकर, विनोद साहू, छत्रपाल सिरसो, गोविंद साहू, अनिल कौशिक, शिवेन्द्र कौशिक, धर्मेश शर्मा, अरविंद शुक्ला, गरीबा यादव आदि उपस्थित रहे।