
रायपुर। आम आदमी पार्टी की दो महिला प्रत्याशियों को पुलिस ने जबरन गिरफ्तार कर लिया, पार्टी का आरोप है कि चुनाव के पहले उनकी पार्टी को छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में दमन करने के उद्देश्य से यह सब किया जा रहा है। राज्य सरकार के दबाव में पार्टी की दो महिला पदाधिकारियों को जेल भेज दिया गया। गौरतलब है कि चुनाव के लिए पाटन से पार्टी की प्रत्याशी घोषित की गईं दुर्गा झा और रायपुर उत्तर की महिला अध्यक्ष वर्णिता सिंदूरिया को बुधवार की सुबह पुलिस ने माना थानें में बुलाया था।
थानें में उन्हें पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान, उन्हें ज्ञापन सौंपने की कोशिश करने के आरोप में दर्ज की गई आपराधिक धाराओं के मामले में दोबारा गिरफ्तार कर लिया, इसके पश्चात उन्हें सीजीएम न्यायालय में पेश किया। न्यायालय में दोनों पदाधिकारियों के वकील रवि सोनी ने जमानत याचिका दर्ज करवाई लेकिन इसे खारिज कर आनन- फानन में उन्हें जेल भेज दिया गया।
इस पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक डॉक्टर संकेत ठाकुर ने आक्रोश जताया, उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, राजनीतिक विरोध के मामले में ऐसी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई पहले कभी भारतीय राजनीति में देखने को नहीं मिली। डॉ. रमन सिंह ने अपने दमनकारी शासन की धौंस दिखाने लोकतांत्रिक परंपराओं को ताक पर रखकर अपनी मनमानी शुरू कर दी है। उन्होंने आगे कहा कि स्पष्ट है कि इस प्रकार की दमनकारी कार्रवाई सीधे राज्य सरकार के दबाव में आप पार्टी को घुटने टेकने के लिए मजबूर करने की गरज से की गई है।
यहां हम अपने पाठकों को यह भी बताते चलें कि पिछले माह प्रधानमंत्री के रायपुर आगमन पर पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों और विधानसभा प्रत्याशियों द्वारा उन्हें एक ज्ञापन सौंपने के जुर्म में पार्टी के प्रदेश इकाई के संयोजक डॉ. संकेत ठाकुर, सचिव उत्तम जायसवाल, तखतपुर प्रत्याशी अनिल सिंह, रायपुर दक्षिण प्रत्याशी मुन्ना बिसेन, रायपुर उत्तर प्रत्याशी योगेंद सेन, आरंग प्रत्याशी डॉगेश्वर भारती, पाटन प्रत्याशी दुर्गा झ सहित 14 पदाधिकारियों को 12 दिनों तक गैर-जमानती धाराओं 147, 151, 186, 332, 353, 419 के तहत जेल में बंद रखा। रायुपर जिला एवं सत्र न्यायालय से 25 जून को पार्टी पदाधिकारियों को जमानत मिल गई थी।