पौधरोपण का तो सियासीकरण मत करो कांग्रेसियों

बिलासपुर। बिलासपुर नगर निगम के एल्डरमैन मनीष अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस कर्महीन और वाचाल संगठन है। उन्हें कोई काम करना नहीं है और यदि कोई काम कर रहा हो, तो उसे करने नहीं देना है। यह उनका सिद्धांत है। उन्हें केवल बोलने की बीमारी है। भारतीय जनता पार्टी कर्मयोगी पार्टी है। वह कर्म में विश्वास करती है। पौधरोपण को लेकर जिला ग्रामीण अध्यक्ष विजय के्शरवानी के बयान पर मनीष अग्रवाल ने यह प्रतिक्रिया दी है।
मनीष का कहना है कि निश्चित रूप से विकास का एक पैमाना यह भी होना चाहिए कि शहर में हरे भरे पेड़ हों, पौधे हों। सीमेंट के उगते जंगलों को रोकने की जिम्मेदारी प्रत्येक नागरिक की है, प्रशासन और शासन सहभागी बनेगा। लेकिन कांग्रेस ने कसम खा ली है कि विरोध करना है, इसलिए विरोध करेंगे। अब पौधरोपण को लेकर जिला अध्यक्ष ग्रामीण विजय केशरवानी कहते हैं कि जून में जो कांग्रेस ने अरपा बचाओ आंदोलन चलाया है, उसके बाद प्रशासन ने अरपा संरक्षण की बात कही है। आपको स्मरण नहीं है कि अरपा नदी के लिए माननीय मंत्री ने एक दशक पहले प्रयास शुरू कर दिए थे। यदि अख़बार पढ़ते हों, तो कतरनें इसका जवाब देंगी। जबसे पद मिला है, तो नाम छपने की फिराक में कुछ भी बयानबाजी करते हैं कांग्रेसी जिलाध्यक्ष।
मनीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के लोगों को तभी कोई बात याद आती है, जब समाधान सामने दिखाई देने लगता है। अरपा प्रोजेक्ट की सफलता जब दिखाई देने वाली है, तो आंदोलन छेड़ दिया, ताकि श्रेय लूट सकें। सीवरेज प्रोजेक्ट जब लगभग पूरा होने को है, तो उससे पहले आंदोलन छेड़ दिया ताकि श्रेय ले सकें। सड़कें पूरी बन गईं, तो श्रेय लूटने के लिए सड़क पर दिखावे का आंदोलन करने लगे। आज बिलासपुर में जबजनता को कोई तकलीफ नहीं है, तो कांग्रेसी सिर्फ दिखावे के लिए समस्या पैदा करना चाह रहे हैं। विकास एक सतत प्रक्रिया है और विकास के साथ साथ छोटी-बड़ी मुश्किलें लगातार चलती हैं, लेकिन इन सबका मूल उद्देश्य जनता का हित, जनता की खुशी है।
मनीष ने कहा कि असल में कांग्रेसी इस बात से घबराए हुए हैं कि अगर इस बार सरकार नहीं बनी तो कांग्रेस का नामलेवा नहीं रह जाएगा। बिलासपुर के संदर्भ में कांग्रेसियों को पूरा विश्वास है कि यहां उनकी दाल नहीं गलने वाली है क्योंकि माननीय मंत्री जी ने काम करके दिखाया है, जनता की सेवा की है, जनता की शिकायतों का निवारण किया है, खुद लगातार जनता के बीच जाते रहे हैं। जनता ने चार बार विधायक चुना उनके व्यवहार, उनके काम की बदौलत और कांग्रेसी खुद इस बात को गुपचुप तरीके से कहते हैं, लेकिन सार्वजनिक रूप से नहीं कह सकते, यह उनकी मजबूरी है। बहरहाल, कांग्रेसियों को ऐसे मुद्दे ढूंढने चाहिएं, जो व्यवहारिक हों। केवल विरोध के लिए विरोध करने से जनता समझ जाती है क्योंकि भाजपा सरकार ने जनता को इतना शिक्षित और इतना जानकार तो बना ही दिया है।
एल्डरमैन मनीष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का वार्ड कार्यालय खुलने पर कांग्रेस के लोगों को तकलीफ हुई ।उन्होंने झूठा आरोप लगाया । शासन प्रशासन को ज्ञापन भी दिया कि भाजपा का वार्ड कार्यालय सामुदायिक भवन एवं सरकारी स्कूलों में खोला गया है। उनकी छोटी मानसिकता का परिचायक है। अभी कांग्रेस के वार्डों की बैठक कई वार्ड के सामुदायिक भवन में भी संपन्न हुई है लेकिन भारतीय जनता पार्टी को इससे कोई विरोध नहीं है । यह फर्क कांग्रेस और भाजपा में है । झूठे बातों को प्रचारित करना एक कांग्रेस की मानसिकता एवं काला चश्मा लगाकर विकास कार्यों को देखना इनकी आदत है।
मनीष अग्रवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नगर के सच्चे सेवक विधायक अमर अग्रवाल ने हमेशा दलगत राजनीति से हटकर बिलासपुर के विकास कार्यों सुविधाओं एवं सामाजिक भावनाओं को मानकर कार्य किया है । इसी कारण बिलासपुर में सामाजिक वातावरण हमेशा सौहार्द मिलनसार रहा है।