बिलासपुर। भारतीय जनता पार्टी की रमन सरकार नैतिकता का लबादा ओढ़े, मात्र सीडी लहराने से सीबीआई जांच के आदेश देती है। पुलिस की तत्परता से आनन-फानन में गिरफ्तारियां की जाती है पर एक अनुसूचित जनजाति की लड़की के साथ चार वर्षों तक लगातार रेप होता रहा, बिन ब्याही मां बन गई उसकी रिपोर्ट तक नहीं लिखी जा रही थी। केवल इसलिए क्योंकि लड़का गृहमंत्री का भतीजा है। तब रमन सिंह का वह मापदण्ड कहां खो जाता है ? जब भाजपा नेता, कार्यकर्ता अनैतिक कृत्य में दोषी होता है।
हाल ही के मामले, प्रदेश गृहमंत्री के भतीजे पर दुष्कर्म के लगे आरोप पर प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव, शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर, ज़िलाध्यक्ष विजय केशरवानी, प्रदेश प्रवक्ता द्वय अभय नारायण राय, शैलेश पांडेय, नेता प्रतिपक्ष शेख नजीरुद्दीन ने कहा कि ‘पर उपदेश कुशल बहु तेरे’ भाजपा के सारे नेता उपदेशक की तरह जनता को ज्ञान बांटते रहते हैं, अच्छे दिन, काला धन, भ्रष्टाचार, 15-15 लाख, किसानों की आमदनी दुगना, अपराध मुक्त, ‘बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ’ पर ये सब जुमला और स्लोगन मात्र है।
उन्होंने आगे कहा कि जब कोई भाजपा के नेता का सम्बंध किसी घटना में आ जाए तो सारे नियम कानून ताक पर रख दिए जाते हैं। डॉ रमन सिंह के 15 वर्षो के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में महिलाओं पर अत्याचार लगातार वृद्धि हो रही है पर सरकार को ऐसी घटनाओं को रोकने में गम्भीरत नहीं दिखती। झिलियामाद के आदिवासी छात्रावास की घटना, नशबंदी कांड, गर्भाशय कांड, बिलासपुर के कन्या हॉस्टल से बर्बरता पूर्वक पुलिस कार्यवाही करते हुए लाठीचार्ज करना, मीना खलको फ़र्ज़ी एनकाउंटर, सामाजिक कार्यकर्ता सोढ़ी के साथ दुर्व्यवहार जैसी घटनाओ की लंबी फेहरिस्त है।
कांग्रेस जनों ने आगे बताया कि इसी क्रम में गृहमंत्री का भतीजा शोमध एक अनुसूचित जनजाति की छात्रा के साथ झूठा आश्वासन देकर चार वर्षों से दैहिक शोषण करता रहा और बिन ब्याही बन जाने पर शादी से इंकार कर दिया। वह लड़की न्याय के लिए भटकती रही। शायद चुनाव का समय नहीं होता तो लड़की को न्याय नहीं मिल पाता। उच्च अधिकारी के हस्तक्षेप से केस फ़ाइल हुई पर अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी। भाजपा नेताओं को बचाने के लिए डॉ रमन सिंह मौन धारण कर लेते हैं।