कांग्रेस ने कहा – अरपा के उत्थान के लिए समुचित योजना नहीं बनी, अभी मौसम अनुकूल है वृहद स्तर पर पौधे लगाए जिला प्रशासन……

बिलासपुर। जिला कांग्रेस कमेटी ने वृक्षारोपण अनुकूल मौसम होने पश्चात भी, अरपा संरक्षण अरपा नदी के तटीय क्षेत्रों में वृक्षारोपण कार्यक्रम न होने पर चिंता प्रकट की है। उन्होंने कहा है कि इस दिशा में जिला प्रशासन को सार्थक कदम विशेषज्ञों के माध्यम से उठाया जाना चाहिए। जिला कांग्रेस कमेटी का कहना है कि जिले की जीवनदायिनी अरपा नदी के संरक्षण में अरपा तट पर व्यापक स्तर पर लाखों वृक्षों के पौधारोपण व उनके समुचित संरक्षण करने चाहिए, शहर सहित जिलान्तर्गत आने वाले अरपा से जुड़े सभी नदी-नालों की सफाई की मांग जिला कांग्रेस ने की है।
यहां यह भी पाठकों को बताते चलें कि जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में 9 जून से 13 जून तक अरपा बचाओं पदयात्रा का आयोजन किया गया था। इसमें अरपा के संरक्षण, जिले रसातल में गिरते जल स्तर व तटीय क्षेत्र में रहने वालों के बंधक संपत्ति/मकान/जमीन आदि का मुद्दा जोर शोर से उठाया था। अरपा संरक्षण में आयोजित इस पदयात्रा ने बड़े जनांदोलन का रूप लेकर शहर व जिले के अरपा के प्रति लगाव को दर्शाया था। इस पदयात्रा के बाद जिला प्रशासन और निगम प्रशासन द्वारा अरपा के संरक्षण योजना बनाने की बात की गयी थी।
जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा है कि पौधारोपण के लिए यह सबसे अनुकूल समय है। पौधों का रोपण कार्यक्रम बड़े पैमाने पर जिला प्रशासन द्वारा चलाया जाना चाहिए व पौधों के संरक्षण की समुचित व्यवस्था भी की जानी चाहिए। शहर में वृक्षारोपण हेतु की गई कुछ घोषणाओं को अपर्याप्त बताते हुए विजय केशरवानी ने कहा कि यह कार्यक्रम शहर व ग्रामीण सभी क्षेत्रों में अरपा के तटीय क्षेत्र में चलाया जाना चाहिए। नदी का संरक्षण एक दिन में नहीं किया जा सकता उसके लिए वृक्षारोपण जैसे निरंतर प्रयास की जरूरत है। दीर्घ- कालीक योजनाओं को बनाकर उनके क्रियान्वन से ही यह कार्य संभव है। जिलाध्यक्ष केशरवानी ने आगे कहा कि, जीवनदायिनी अरपा से जुड़ने वाले सभी छोटी नदियों व नालों की सफाई की जानी चाहिए। अरपा के संरक्षण में वृक्षारोपण सहित अन्य कार्यक्रम जो जिला प्रशासन स्तर के हो उनकी योजना बनाकर क्रियान्वयन किया जाना चाहिए।
इसकी जानकारी देते हुए जिला कांग्रेस महामंत्री व प्रवक्ता अनिल सिंह चौहान ने कहा है कि अरपा किनारे वृक्षों के अभाव के कारण मिट्टी का भयंकर कटाव व अन्य दुष्परिणाम विगत कई वर्षों से देखा जा रहा है। इससे नदी के आकार व संरचना में परिवर्तन होता जा रहा है। जल भराव स्थायी रूप से नहीं हो पा रहा है। वृक्षारोपण के माध्यम से भू-जल स्तर सेे लेकर अन्य सकारात्मक बदलाव भविष्य में देखने को मिलेगें। उन्होंने आगे बताया कि वृहत पौधारोपण कार्यक्रम, पौधों की समुचित सुरक्षा, जल भराव के लिए समुचित प्रयास व जल संचय भविष्य में अरपा के संरक्षण में मिल का पत्थर साबित होगा।
कांग्रेस ने बताया कि 20 से 25 वर्ष पूर्व अरपा में 12 माह जल भराव की स्थिति रहती थी, इसके तटीय क्षेत्र में अलग-अलग किस्म के कहुवा, पीपल, बरगद, इमली, आम, नीम, आदि प्राचीन वृ़क्षों का समूह हुआ करता था। वृक्षों की अंधाधुंध कटाई व अरपा की उपेक्षा से आज भयावह स्थिती निर्मित हो गयी है। दूरगामी योजनाएं नहीं बनी। नदी संरक्षण में संवेदनशीलता नहीं बरती गई। जिला कांग्रेस ने भाजपा सरकार व जिला प्रशासन पर अरपा की घोर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा है कि वर्षों से अरपा की दुर्दशा को सुधारने अभी भी संवेदनशीलता से कार्य नहीं किया जा रहा है।
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव, बिलासपुर शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, पूर्व विधायक वैजनाथ चंद्राकर, चंद्रप्रकाश वाजपेयी, अरूण तिवारी, पूर्व बीडिए अध्यक्ष शेख गफ्फार, प्रदेश कांग्रेस सचिव महेश दुबे, रामशरण यादव, आशीष सिंह, विवेक वाजपेयी, अर्जुन तिवारी, पंकज सिंह, प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, शैलैष पांडेय, पूर्व शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, रविन्द्र सिंह, राजेन्द्र शुक्ला, पूर्व महापौर राजेश पांडेय, वाणी राव, सै. जफर अली, एस. पी. चर्तुवेदी, शिवा मिश्रा, जिला प्रवक्ता मो. जस्सास, शहर प्रवक्ता ऋषि पांडेय, भास्कर यादव ने अपनी बात रखी।