बिलासपुर। भाजपा सरकार द्वारा कृत्रिम बीज संकट, किसानों के प्रति उनकी संवेदनहीनता व शोषण का प्रमाण है। बिचौलियों, दलालों व कुछ कंपनियों को लाभ पहुंचाने यह सुनियोजित षड्ंयत्र किया जाता है। प्रकृति की मार झेल रहे जिले के किसानों को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित कर समुचित राहत नहीं मिली, जबरन ऋण वसूली व दबाव बनाया गया।
किसानों को आत्महत्या जैसा जघन्य कदम उठाने पड़े हैं। यह आरोप है जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी विजय केशरवानी का वे आगे कहते हैं कि जिला कांग्रेस जिले के बीज सहित अन्य मुद्दों को लेकर किसान हित में हर संघर्ष को तैयार है अन्नदाता की समस्या के निराकरण के सम्बंध में जिला कांग्रेस को सूचित करने का निर्देश जिले की सभी ब्लॉक इकाईयों को दिया गया है।
केशरवानी ने कहा कि विगत वर्ष 2017 में 22 हजार क्विंटल प्रमाणित बीजों का वितरण सहकारी समितियों के माध्यम से बीज विकास निगम द्वारा किया गया था, इस वर्ष न्युनतम 26 हजार क्विंटल प्रमाणित बीजों के खपत का आंकलन किया गया था। फिर 20 हजार क्विंटल के वितरण के बाद ही बुवाई के समय बीज विकास निगम में बीज की अनुलब्धता क्यों थी। पहले से बीज का स्टॉक क्यों तैयार नहीं किया गया।
घेराव का जोरदार असर होता दिखाई दिया है : जिला कांग्रेस
जिला कांग्रेस कमेटी ने बताया कि कमेटी बिलासपुर द्वारा जिले के बीज विकास निगम के प्रदर्शन व घेराव का जोरदार असर होता दिखाई दिया है, घेराव पश्चात जिला कांग्रेस को दो दिन में सभी सोसाईटी में बीज की उपलब्धता के लिखित आश्वासन व जिला कांग्रेस के तालाबंदी के अल्टीमेटम के बाद जिले के सभी सहकारी समितियों में पर्याप्त मात्रा में प्रमाणित बीज उपलब्ध कराने का दावा निगम प्रक्रिया अधिकारी ने किया है।
कमेटी ने आगे बताया कि पिछले कई वर्षों से प्राकृतिक आपदा झेल रहे किसानों को बीज न मिल पाने के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था। इसके बाद बीज विकास निगम ने दो दिनों में समुचित बीज की उपलब्धता सभी 93 सोसायटी में होने का लिखिल आश्वासन दिया था।
दो दिन के बाद बीज विकास निगम अधिकारियों से संपर्क करने पर समुचित बीज के भंडारण का दावा करते हुए कहा गया की किसी भी सोसायटी से किसान को निराश वापस नहीं जाने दिया जायेगा। जिला कांग्रेस कमेटी ने आंकलन से कम बीज वितरण को खेदजनक बताया। उन्होंने कहा कि बुवाई के निर्धारित सीजन में प्रमाणित बीज न मिल पाने पर किसानों ने बाजार व बिचौलियों के माध्यम से बीज की पूर्ति की है इसलिए आंकलन से कम बीज का वितरण हुआ है।
चौहान ने बताया कि बीज का किसान इंतजार नहीं कर सकता नहीं तो पूरी फसल खराब हो सकती है। ऐसे में जान बुझकर सही समय पर कृत्रिम कमी कर निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाया जाता है। किसानों की मजबूरी का फायदा उठाया जाता है। प्रमाणित बीज, खाद, कीटनाशक में कालाबाजारी का सामना करने के बाद समर्थन मूल्य में धान के विक्रय सत्यापन आदि की प्रक्रिया को जटिल रखा जाता है ताकि किसान बिचौलियों को धान कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर हो जाए।
अनिल सिंह चौहान ने आगे बताया जिला कमेटी के आंदोलन के बाद बीज विकास निगम बीज की समुचित उपलब्धता का दावा कर रहा है, पेण्ड्रा ब्लॉक की दो सहकारी समिति, कोटा की तीन समिति, सेंदरी, नवागांव सहित आठ से दस समितियों में प्रमाणित बीज तत्काल भेजा गया है। समितियों से मांग आते ही प्रमाणित बीज भेजे जा रहे हैं, किसान नगदी में सेंदरी स्थित जिला बीज विकास निगम से भी प्रमाणित बीजों का क्रय कर रहे हैं।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने जिला व ब्लॉक स्तर पर किसानों से जुड़ी बीज, खाद, कीटनाशक से लेकर सभी समस्याआें के संदर्भ में समिति बनाकर निगरानी करने के निर्देश ब्लॉक अध्यक्षों को दिए हैं। जिला कांग्रेस किसानों के मुद्दे पर राज्य सरकार की भर्राशाही, कमीशनखोरी व शोषण को बर्दाश्त नहीं करेगी।