बिलासपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी आदिवासी प्रकोष्ठ प्रदेशाध्यक्ष सीतापुर विधायक अमरजीत भगत के निर्देशन में आज आदिवासी कांग्रेस की संभागीय पदाधिकारियों की बैठक कांग्रेस भवन में आयोजित की गई। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार की नीतियों को जनविरोधी ठहराते हुए आलोचना की, इस बैठक में आदिवासियों की स्थिति पर सभी नेताओं ने अपनी बात रखी।
कांग्रेस आदिवासी कमेटी प्रदेशाध्यक्ष अमरजीत ने कहा कि भाजपा के 15 वर्षों के शासनकाल में किसानों, मजदूरों, गरीबों, बेरोजगारों, महिलाओं, पिछड़ों सभी का शोषण हुआ है। विकास रुक गया है। किन्तु जो शोषित आदिवासी समाज का छत्तीसगढ़ प्रदेश में हुआ है, वह हिंदुस्तान के इतिहास में कभी किसी वर्ग का नहीं हुआ,प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है और सरकार मौन है।
उन्होंने आगे कहा कि नक्सलवाद सुनियोजित तरीके से प्रदेश सरकार द्वारा पोषण किया जा रहा है, जिससे आदिवासियों का शोषण निरंतर जारी रखा जा सके नहीं तो 15 वर्षों में इस समस्या का उन्मूलन नहीं किया जा सकता था। नक्सलवाद के नाम पर निरीह आदिवासियों की हत्या नरसंहार का खेल इस सरकार की एक नीति है। झलियामारी में वर्षों तक मासूम आदिवासी बेटियों के साथ दुष्कर्म होता रहा और सरकार सोती रही, बलरामपुर में आदिवासी छात्रा की हत्या, नक्सल एनकाउंटर के नाम पर कर दी गयी, जिसे जांच और पुख्ता तथ्य प्रस्तुत करने के बाद सरकार ने सदन में स्वीकार किया और दो लाख का मुआवजा परिवार को दे दिया।
इस कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में आदिवासी सुरक्षित रह कर विकास की दिशा में बढ़ सके हैं। भाजपा सदैव आदिवासियों से सौतेला व्यवहार करती है, जिससे इनके हित में कोई योजना नहीं बनायी जाती व पुरानी योजनाओं को पैसों का आबंटन देना बंद कर निष्क्रिय कर दिया जाता है। शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने आदिवासियों को सभी का भलाई चाहने वाला समाज बताते हुए कहा कि भाजपा शासन में जाति और धर्म को लड़ाने का काम करते हुए वोट की राजनीति की गई है।
पूर्व विधायक अरूण तिवारी, पूर्व महापौर वाणी राव, प्रदेश प्रतिनिधि राजेन्द्र शुक्ला, जागेश्वरी वर्मा, जिला महामंत्री किसान नेता अजय सिंह, आदिवासी कांग्रेस प्रदेश महामंत्री नागेश सिंह, कांग्रेस महामंत्री व प्रवक्ता अनिल सिंह चौहान, प्रदेश सचिव रामशरण यादव, अरूण सिंह चैहान, घनश्याम वर्मा, ब्लाक अध्यक्ष कोटा रामफल बिंझवार, संदीप शुक्ला, मनीराम नेताम, शिवबालक कौशिक, अश्विनी उद्देश्य, धन सिंह मार्को, लक्ष्मीनारायण कोराम, मनभावन सिंह सोढ़े, बैशाखू मार्को, विक्रम मरावी, धनुष मरावी, रामा बघेल, लाल्टू घोष, अरविंद लहरिया, रामेश्वर ध्रुव, सुभाष राज आदि उपस्थित रहे।