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बिलासपुर के राजनेताओं ने भुला दिया रेशम लाल जांगड़े को:हेमचंद …..

बिलासपुर। युवाओं को रोजगार देने के लिए भारतीय जनता पार्टी नेता डॉ. मनीष रॉय के साथ मिलकर राज्य अनुजाति आयोग के सदस्य व भाजपा के दिवंगत वरिष्ठ नेता स्व. रेशम लाल जांगडे के पुत्र हेमचंद जांगड़े, रोजगार सम्बंधित समस्याओं के समाधान के लिए वृहद् स्तर पर प्लेसमेंट कैंप का आयोजन कर रहे हैं। इसी सम्बंध में चर्चा के लिए हेमचंद जांगड़े आज बिलासपुर पहुंचे।

प्रेस से बातचीत दौरान हेमचंद जांगड़े ने बताया कि बिलासपुर लोकसभा और मेरे परिवार का रिश्ता 40 वर्ष पुराना है। इसके सारे विधानसभा के लोग मेरे अपने हैं जहां तक बात विधानसभा चुनाव की है तो पार्टी एवं संगठन वरिष्ठ नेताओं एवं मुख्यमंत्री के ऊपर छोड़ता हूं, वह जो दायित्व मुझे सौपेंगे मैं उसका पालन करता रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा।

उन्होंने आगे बताया कि बिलासपुर के प्रथम लोकसभा सांसद मेरे पिताजी स्व. रेशम लाल जांगड़े रहे हैं , वह एक दिग्गज राजनेता और निश्वार्थ सेवा करने वाले व्यक्ति थे। वे स्वतंत्रता सेनानी के साथ संविधान सभा के सदस्य व अंतरिम संसद के सदस्य रहे।तीन बार वे विधायक एवं वर्ष 1963 में उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी अविभाजित मध्यप्रदेश में मिला, वहीं वर्ष 1985- 86 में अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष पद पर भी पदस्थ रहे।

उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि बिलासपुर के प्रथम लोकसभा सांसद को शहर व जिले के राजनेताओं ने भुला दिया है, बिलासपुर को पहचान दिलाने वाले सतनामी व दलित समाज से सबको आगे बढ़ा कर खुद को गरीबी में रखनेवाले स्व. जांगडे  ने बिलासपुर में अनुसूचित जाति हॉस्टल की शुरुआत करवाई थी। लेकिन आज उनकी स्मृति में न तो बिलासपुर में, न कोई स्मृति चिन्ह है और न ही शासन द्वारा कोई व्यवस्था की गई। जबकि स्वर्गीय रेशम लाल जांगडे  ने बिलासपुर के साथ पूरे छत्तीसगढ़ के लिए बहुत कुछ किया है।

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