रायपुर। संविलियन होने के एक दिन पूर्व ही एक शिक्षाकर्मी के रिटायर होने को दुर्भाग्यजनक बताते हुए, शिक्षक पं ननि मोर्चा प्रदेश संचालक विरेन्द्र दुबे ने कहा कि अब संविलियन के लिए थोड़ी भी देरी नुकसान दे सकती है, इसका अंदाजा बहन मित्रांजली के संविलियन मिलने के एक दिन पहले सेवानिवृत्ति होने से लगाया जा सकता है। बहन मित्रांजली वर्मा की तरह बहुत सारे हमारे शिक्षाकर्मी उम्र के उस पड़ाव पर हैं, जहां पर संविलियन की एक दिन की देरी भी उनका भविष्य अंधकारमय कर देगी। संविलियन का महत्व क्या है इनसे बेहतर और कोई नही बता सकता। इस संवेदना के क्षण में पूरा प्रदेश सेवानिवृत्त हो रही बहन मित्रांजली के साथ है।
यहां पाठकों को यह भी बताते चलें कि जिला पंचायत रायपुर के धरसींवा विकासखण्ड के शास.प्राथमिक शाला बोरियाखुर्द में सहायक शिक्षक पं. के पद पर पदस्थ मित्रांजली वर्मा शासकीय करण के एक दिन पूर्व 30 जून 2018 को ही सेवानिवृत्त होने वाली हैं। जिसके कारण मित्रांजली संविलियन पश्चात एक शासकीय कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं व लाभ से वंचित हो जाएगी।
प्रान्तीय उपसंचालक सुनील सिंह, डॉ सांत्वना ठाकुर, विष्णु शर्मा, प्रहलाद जैन, यादवेन्द्र दुबे ने कहा कि संविलियन में किसी भी प्रकार की बाधा कितना नुकसानदेह हो सकती है, यह इस सेवानिवृत्ति से परिलक्षित हो रहा है, सुखमय जीवन के मुहाने पर कदम रखने के पूर्व ही वहाँ से लौट जाना अत्यंत पीड़ादायक है।
वहीं शिक्षक पं ननि मोर्चा उपसंचालक धर्मेश शर्मा, चंद्रशेखर तिवारी, जितेन्द्र शर्मा, सत्येन्द्र सिंह, शिवेंद्र चंद्रवंशी, दीपक वेंताल, जोगेन्द्र यादव, सन्तोष शुक्ला, हिमन कोर्राम, ओमप्रकाश, विनय सिंह, सी पी तिवारी, बुसरा परवीन, गजराज सिंह, जितेंद्र गजेंद्र, अतुल अवस्थी, अजय वर्मा, राजेश शर्मा, सरवर हुसैन, गौतम शर्मा ने संविलियन की प्रक्रिया को सरलीकृत कर जल्द से जल्द संविलियन का क्रियान्वयन कर करने की बात रखी उन्होंने आगे कहा कि कोई भी शिक्षाकर्मी साथी सेवानिवृत्त होकर खाली हाथ न जावे इसलिए ऐसा किया जाना अनिवार्य है।