बिलासपुर। छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले प्रदेशभर के अधिकारियों व कर्मचारियों ने एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर अपनी मांगों को मनवाने आज एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के तत्वाधान में बुधवार को यह प्रदर्शन बिलासपुर के नेहरू चौक स्थित कोन्हेर गार्डन में विरोध सभा आयोजित कर किया गया।
इसका व्यापक असर पूरे प्रदेश में प्रभावी रूप से देखने को मिला, जहां एक ओर सरकारी कामकाज पूरी तरह से ठप्प रहे, वहीं दूसरी ओर कई सरकारी दफ़्तरों में ताले लटकते रहें जिससे कई महत्वपूर्ण काम-काज प्रभावित हुए। उल्लेखनीय है कि प्रदेश अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन ने विगत दिनों 27 जून बुधवार को सामूहिक अवकाश लेकर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की थी।
सरकारी दफ्तरों में ताला लगा होने पर कामकाज विशेष रूप से प्रभावित हुआ, इसका सबसे ज्यादा प्रभाव उन्हें पड़ा जो दूर-दूर से अपने कई दिनों से अटके पड़े कार्यों को पूरा करवाने सरकारी दफ्तर आए थे। विशेषकर वह जो जन सरोकार से जुड़े मामले हैं वह भी अधर में रहे। इस तरह जहां अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन विभिन्न संघ, संगठनों को लेकर विरोध सभा में सरकार तक अपनी मांगें सौंपने में व्यस्त रहें, वहीं कामकाज प्रभावित होने के कारण लोगों को कड़ी मशक्कतों का सामना करना पड़ा।
इस दौरान फेडरेशन के नेताओं ने अपनी मांगें विस्तारपूर्वक सभा के समक्ष रखी, साथ ही जिला कलेक्टर को अपनी मांगों के सम्बंध में ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही मुख्यमंत्री व प्रदेश मुख्यसचिव को भी इस सम्बंध में पत्र लिखा गया। इस सभा के लिए एक दिन पहले ही पूरे प्रदेश के अधिकारियों व कर्मचारियों ने लिखिति में अवकाश हेतु आवेदन दिया था। विरोध सभा में फेडरेशन ने मुख्य रूप से भाजपा द्वारा 2013 में प्रस्तुत किए गए मांगों को पूर्ण करने की बात कहते हुए कहा कि भाजपा ने चुनावी घोषणापत्र में कर्मचारी हितों के लिए जो घोषणा की थी उसे सरकार द्वारा पूरा किया जाए, मांगें पूर्ण नहीं होने पर उन्होंने जुलाई-अगस्त में प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
इस दौरान फेडरेशन के प्रांतीय महामंत्री रोहित तिवारी ने बताया कि हमारी कोई मांगें नहीं है, हमारा कहना केवल इतना है कि सरकार द्वारा 2013 में जो चुनावी घोषणा पत्र प्रस्तुत किया गया था, इसमें पदोन्नति वेतन विसंगति दूर करने समेत अधिकारियों-कर्मचारियों को विभिन्न वादे किए गए थे, इन्हीं वादों को याद दिलाने के लिए यहां सभा का आयोजन किया गया है, इससे पहले भी छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन ने सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट करने के लिए प्रदर्शन किया, मगर कोई लाभ नहीं मिला इसलिए एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर आज प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन किया जा रहा है।
इस दौरान अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के समर्थन में प्रदेश शिक्षक फेडरेशन, वाहन चालक यांत्रिकी कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ कर्मचारी कांग्रेस, प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ, प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, डिप्लोमा अभियंता संघ, छत्तीसगढ़ प्रदेश राजपत्रित शासकीय अधिकारी, वन कर्मचारी संघ, शिक्षक कांग्रेस, राज्य कर्मचारी, शासकीय लघु वेतन चतुर्थ वर्ग कर्मचारी, स्वास्थ्य एवं बहुउद्देश्यीय कर्मचारी, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी, प्रदेश शिक्षक, कर्मचारी संघ, लघु-वेतन कर्मचारी, लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, निशक्त अधिकारी-कर्मचारी संघ, राजस्व निरीक्षक संघ, पटवारी संघ, अपाक्स संघ, अजाक्स संघ, प्रधानपाठक संघ, छत्तीसगढ़ आयुष कर्मचारी संघ आंदोलन में शामिल हुए हैं।