
बिलासपुर। कहते हैं इंसानियत दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे पाक रिश्ता है, इंसानियत की भावना अगर सच्ची हो तो लाख मुसीबतें भी आ जाए, कोई उसका बाल भी बांका नहीं कर सकती। इंसानियत न ही रिश्ता पहचानता है न ही मज़हब। पहचानता है तो बस एक इंसान होने के नाते दूसरे इंसान की मदद करना।
सिरगिट्टी के रहने वाले तरुण कौशिक पिता बिसाहू राम कौशिक ने भी सच्ची इंसानियत की एक ऐसी ही मिसाल कायम की है, उन्होंने अपनी एक किडनी कायनात अली पिता माम्जु अली की दोनों किडनी ख़राब हो जाने के कारण डोनेट करने का फ़ैसला लिया।
तरुण को जैसे ही पता चला कि कायनात अली की दोनों किडनी खराब है, इस वजह से वह अपनी ज़िन्दगी की आखिरी सांसें गिन रही हैं। उन्होंने फौरन ही यह निर्णय कर लिया, इस फैसले में उनके परिवारजनों ने भी उनका साथ दिया और शपथपत्र पर सत्यापन कर तरुण कौशिक ने कायनात अली को 5 मई को अपनी एक किडनी डोनेट कर दी।