
बिलासपुर । पुलिस विभाग एवं समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वाधान में माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक, भरण-पोषण नियम 2007 के तहत वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा एवं उन्हें प्रदत्त अधिकारों के संबंध में आज यहाँ जल संसाधन परिसर के प्रार्थना सभाकक्ष में पुलिस अधीक्षक आरिफ एम. शेख के आतिथ्य में जिलास्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए पुलिस विभाग द्वारा व्हाट्सअप टेलीग्राम में ग्रुप तैयार किया जायेगा। जिससे वरिष्ठजन इस ग्रुप के माध्यम से अपनी समस्याओं को रख सकेंगे।
सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण बृजेश राय ने वरिष्ठजनों के लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में अपने विचार रखें एवं बताया कि वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण पर ग्राम स्तर पर ठोस प्रयास हो ताकि कोई भी वरिष्ठजन अपने आप को असहाय महसूस न कर सकें। वरिष्ठजनों को कानून द्वारा प्रदत्त अधिकारों के संबंध में कोई परेशानी हो रही हो तो वे विधिक सेवा प्राधिकरण में आकर आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर संयुक्त संचालक अभियोजन एन.एस. चंदेल ने बताया कि भारत की 8 प्रतिशत जनसंख्या वरिष्ठजनों की होती है। माता-पिता भरण-पोषण और वरिष्ठजनों के सहायेाग के लिए उन्होंने समाज के हर वर्ग के लोगों से सहयोग की अपील की। उन्होंने इसी भावना के साथ सभी विभागों को भी वरिष्ठजनों के हितार्थ आगे आकर काम करने के लिए भी कहा। कार्यशाला में उन्होंने वरिष्ठजनों हेतु उनके संरक्षण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी बी.बी. बोर्डे, भारतीय स्टेट बैंक कलेक्टोरेट शाख के मुख्य प्रबंधक योगेश तिवारी, जिला कोषालय अधिकारी भावेश दुबे, संयुक्त संचालक समाज कल्याण एच.खलखो ने अपने-अपने विभागों से वरिष्ठजनों के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी और उनके क्रियान्वयन पर ध्यान आकर्षित किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा वरिष्ठजनों को वाॅकिंग स्टीक, वाॅकर, श्रवण यंत्र प्रदान किये गये एवं उनका बी.पी., शुगर की जाँच की गई। कार्यशाला में वरिष्ठजनों, वरिष्ठ नागरिक, ज्येष्ठ नागरिक संघ के सदस्य, बिलासा नागरिक संघ, वृद्धजन बहु सेवा केन्द्र, महमंद, मोपका, गौरेला-पेण्ड्रा जनपरिषद, वृद्धाआश्रम के पदाधिकारियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम को सफल बनाने में उपपुलिस अधीक्षक एन.एस.चैबे, हरीश सक्सेना अधीक्षक, जिला पुनर्वास अधिकारी श्रीमती सी. चन्द्राकर, प्रशांत मोकाशे, अजय सिंह का सराहनीय सहयोग रहा।
कार्यशाला के अंत में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा ने आभार व्यक्त किया है।