
बिलासपुर। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शैलेश पांडे ने भाजपा सरकार व प्रशासन पर कटाक्ष करते हुए अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा है कि कागजों में स्वच्छता अभियान चलाने वाली सरकार के मंत्री स्वयं की तारीफ़ करवाने में लगे हुए हैं, जबकि जनता इसके पक्ष में नहीं, शहर की सफाई जिन कर्मियों के जिम्मे होती है, उन्हें अपनी जायज़ मांगों के लिए हड़ताल करना पड़ रहा है यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
आगे उन्होंने बताया कि 52 दिनों तक सफ़ाई कर्मचारियों के अधिकार की लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस पार्टी ने उनकी मांग भी पूरी करवाई और शहर को भी प्रभावित नहीं होने दिया, स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम कब आई और कब गयी शहर में किसी को पता नहीं चला शायद मंत्री अमर दो डर रहा होगा कि कहीं शहरवासी उनकी पोल-पट्टी न खोल दें।
शैलेश ने शहर के हालातों को दयनीय बताया है, उन्होंने इसका कारण मंत्री व प्रशासन की उदासीनता को ठहराते हुए कहा है कि शहर में आज भी सड़क में गड्ढे हैं, जिनके कारण कुछ युवाओं की मौत हुई, लेकिन किसी को शर्म नहीं आई, मंत्री को ना ही महापौर को दोनों ही अपना स्वागत अपनें लोगों से करवाने में जुटे हैं, नेता शैलेश ने यह सवाल करते हुए पूछा है की युवाओं की मौत का जिम्मदार कौन है ?
आगे पीसीसी प्रवक्ता शैलेश ने स्थानीय मंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शहर में आज भी कई ऐसे ही स्थान है जो सीधे मौत को निमंत्रण दे रहे हैं, इनके कारण दुर्घटनाएं हो रही है। शहर को खोदापुर कहा जाने लगा है और खोदापुर में दुर्घटनाओं से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है और लज्जाहीन नेता अपना स्वागत करवाने लगे हुए हैं और 22 वीं रैंक का का ढोल पीट रहे। इस तरह सीधे-सीधे वे शहर की भोली-भाली जनता को धोखा दे रहे हैं जनता को टेम्स नदी का सपना दिखाने वाले, शहर को खोदापुर बनाने वाले व्यापारी मंत्री जनता का विश्वास खो चुके हैं।
नेता शैलेश ने शहर की बदहाल स्थिति पर प्रशासन से सवाल किया है किस शहर में कितने सफाई कर्मियों को सुरक्षा के मद्देनजर सफाई की वस्तुएं बांटी गई, शहर में सर्वेक्षण टीम कितनी जगह गई और किन-किन से मिली, सर्वेक्षण समिति ने कितने शहरवासियों का फीडबैक लिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि शहर की स्वच्छता का सर्वेक्षण सड़कों से या हेलीकॉप्टर से किया था जो शहर को पूरे प्रदेश में दूसरा और राष्ट्रीय स्तर पर 22 वीं रैंक का पुरस्कार मिला है, यह जिम्मेदार जनता को बताएं।