ब्रेकिंग
बिलासपुर: एक सवाल पर बोलीं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा, मैं BJP से नहीं हूँ... बिलासपुर: चकरभाठा कैंप निवासी सुनील बगतानी, भूपेंद्र कोटवानी, दीपक हरियानी, जेठू खत्री, गोलू वाधवानी... बिलासपुर: स्पेशल कोचिंग के लिए बिलासपुर के इस कार्यालय को मिला 1 करोड़ 7 लाख 9 हजार 9 सौ 40 रुपए बिलासपुर: उत्तर प्रदेश निवासी संग्राम कुमार महापात्रा को तारबाहर पुलिस ने ठगी करने के आरोप में गाजिय... बिलासपुर: भारतीय किसान संघ की चेतावनी के बाद एक्शन में आया बैंक प्रबंधन बिलासपुर: राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन का अटेंडर ओमकुमार जाटव गिरफ्तार, 90 हजार की ड्रग्स जब्त बिलासपुर: कमिश्नर कुणाल दुदावत को हल्के में लेते हुए संपदा अधिकारी अनिल सिंह काम में कर रहे थे लापरव... बिलासपुर: जिस मैदान में हुई थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा, वहाँ उग गई बड़ी-बड़ी घास बिलासपुर: 42वीं राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में SECR में पदस्थ जूनियर क्लर्क तीरंदाज मधु वेदवान को... बिलासपुर: ठगी करने के आरोप में पुलिस ने सिरगिट्टी थाना क्षेत्र निवासी सुमित कश्यप, अजय कश्यप और तुलस...

आज राज्यसभा में पेश हो सकता है ट्रिपल तलाक बिल, सरकार और विपक्ष में टकराव के आसार…..

नई दिल्ली। कांग्रेस उस विवादास्पद विधेयक पर अपना रूख तय करने से पहले व्यापक विपक्ष से मशविरा करेगी जिसमें एकसाथ तीन तलाक को प्रतिबंधित करने और इसे संज्ञेय अपराध बनाने का प्रस्ताव किया गया है। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2017 गत सप्ताह लोकसभा में पहले ही पारित हो चुका है और इसे आज राज्यसभा में पेश किए जाने की उम्मीद है।

सूत्रों के मुताबिक ऊपरी सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में विधेयक पेश किये जाने से पहले अपनी पार्टी के नेताओं और अन्य पार्टी के नेताओं की आज संसद में अपने चैंबर में एक बैठक बुलाई है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस विधेयक के पक्ष में है क्योंकि इसमें एकसाथ तीन तलाक पर रोक लगाने का प्रस्ताव है।

लेकिन क्या वह उसे प्रवर समिति को भेजने के लिए दबाव डालेगी या नहीं यह कल ही पता चलेगा। सूत्रों ने बताया कि पार्टी विधेयक में संशोधनों के लिए जोर डाल सकती है। इस बीच, एकसाथ तीन तलाक के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में एक याचिकाकर्ता भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन ने सांसदों को पत्र लिखकर विधेयक में तलाक देने के तरीके तलाक ए अहसन को शामिल करने की मांग की जिसमें मध्यस्थता अनिवार्य है और यह तलाक की प्रक्रिया शुरू होने से पहले न्यूनतम 90 दिन तक चलती है। नई दिल्ली। कांग्रेस उस विवादास्पद विधेयक पर अपना रूख तय करने से पहले व्यापक विपक्ष से मशविरा करेगी जिसमें एकसाथ तीन तलाक को प्रतिबंधित करने और इसे संज्ञेय अपराध बनाने का प्रस्ताव किया गया है। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2017 गत सप्ताह लोकसभा में पहले ही पारित हो चुका है और इसे आज राज्यसभा में पेश किए जाने की उम्मीद है।

सूत्रों के मुताबिक ऊपरी सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में विधेयक पेश किये जाने से पहले अपनी पार्टी के नेताओं और अन्य पार्टी के नेताओं की आज संसद में अपने चैंबर में एक बैठक बुलाई है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस विधेयक के पक्ष में है क्योंकि इसमें एकसाथ तीन तलाक पर रोक लगाने का प्रस्ताव है।

लेकिन क्या वह उसे प्रवर समिति को भेजने के लिए दबाव डालेगी या नहीं यह कल ही पता चलेगा। सूत्रों ने बताया कि पार्टी विधेयक में संशोधनों के लिए जोर डाल सकती है। इस बीच, एकसाथ तीन तलाक के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में एक याचिकाकर्ता भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन ने सांसदों को पत्र लिखकर विधेयक में तलाक देने के तरीके तलाक ए अहसन को शामिल करने की मांग की जिसमें मध्यस्थता अनिवार्य है और यह तलाक की प्रक्रिया शुरू होने से पहले न्यूनतम 90 दिन तक चलती है।

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9977679772