
बिलासपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश पांडे के खिलाफ हुए एफआईआर ने शहर की राजनीति में खलबली मचा दी है, कांग्रेस इस झूठी एफआईआर के पुरज़ोर विरोध में है तो वहीं शैलेश पांडे ने भी इस मामले में मीडिया से मुख़ातिब होकर प्रेसवार्ता में अपनी बात सामने रखी थी।
एफआईआर के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने आज पुलिस अधीक्षक बिलासपुर को इस मामले की निष्पक्ष जांच कर साजिशकर्ताओं पर ठोस कार्यवाही करने की मांग के साथ कांग्रेस भवन से रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा। कांग्रेसियों ने कहा कि शिकायताकर्ता प्रमेंद्र मानिकपुरी के खिलाफ पहले से ही कई संगीन आरोप हैं, छात्र-छात्राओं को गुमराह करना, उनसे पैसे वसूलना, डिग्री-डिप्लोमा देने के नाम पर पर राशि हड़पना यही प्रमेंद्र मानिकपुरी का काम है। इस तरह के आपराधिक व्यक्तित्व वाले व्यक्ति के द्वारा एफआईआर कराने पर पुलिस के बिना किसी ठोस वजह के एफआईआर दर्ज करना साफ तौर पर षड्यंत्र की ओर इशारा करता है।
कांग्रेस जनों ने बताया कि शैलेश पांडे द्वारा सीवी रमन कुल-सचिव रहते हुए प्रमेंद्र मानिकपुरी के खिलाफ कोटा थाने में शिकायत की गई थी, जिस पर कोटा पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। वही प्रमेंद्र मानिकपुरी के शैलेश पांडे के विरुद्ध एफआईआर करने पश्चात पुलिस द्वारा बिना किसी तहकीकात के कई धाराओं में जुर्म दर्ज कर लिया गया। ऐसे व्यक्ति के कथन पर शैलेश पांडे के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करना राजनीतिक षड्यंत्र की ओर इशारा करता है।
कांग्रेसजनों ने आरोप लगाया है कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी व नेता की छवि को धूमिल करने की राजनीतिक षड्यंत्र किया जा रहा है। कांग्रेस कमेटी ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से जांच करने और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। इस दौरान जिला एवं शहर कांग्रेस पार्टी, कोटा, रतनपुर, पेण्ड्रा, गौरेला और बेलतरा, बिल्हा कांग्रेस, जन महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस और एनएसयूआई के नेता उपस्थित रहे।