रायपुर। शिक्षक पं ननि के प्रांतीय संचालक विरेंद्र दुबे ने कहा है कि यह शिक्षाकर्मियों के साथ ही शिक्षा व्यवस्था व समाज के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दौर है, समस्त शिक्षाकर्मियों मांग संविलियन का सफर सफलतापूर्वक पूरा हो इसके लिए हम सबको परिपक्वता व एकजुटता का परिचय देते हुए धैर्य बनाए रखना होगा। वहीं महिला विंग की प्रदेश संचालक डॉ सांत्वना ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सभी को स्मरण रखना चाहिए कि संविलियन की दहलीज तक पहुंचने तक का सफर अत्यंत चुनौतीपूर्ण तथा संघर्षमय रहा है, जिसका सामना प्रत्येक शिक्षाकर्मी साथी ने किया है संघर्ष दौर में हमें हमेशा विरोधियों का सामना करना पड़ा, जिन्हें शिक्षाकर्मियों ने अपनी एकजुटता के साथ करारा जवाब दिया।
मोर्चा प्रांतीय उपसंचालक चन्द्रशेखर तिवारी ने कहा कि वर्तमान दौर भी यह अनुभव किया जा रहा, कि इस सर्वाधिक महत्वपूर्ण दौर में नकारात्मक वातावरण बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके तहत लोगों की भावनाओं को उकसाने और विभिन्न संगठनों के उच्च पदाधिकारियों को अपमानित करने का प्रयास किया जा रहा है। मोर्चा उपसंचालक धर्मेश शर्मा ने कहा, मोर्चा ने समस्त शिक्षाकर्मियों के संविलियन, वेतन विसंगति का निराकरण, क्रमोन्नति, सातवां वेतनमान, अनुकम्पा, प्रशिक्षण, स्थानांतरण, पदोन्नति, एवं सीपी एस सबंधी मांगों का 9 सूत्रीय मांगपत्र शासन को नवम्बर-दिसम्बर के आंदोलन के दौरान ही सौंप दिया था, मुख्यमंत्री ने भी संविलियन घोषणा कर दी है जो क्रियान्वयन दिशा में 18 जून को कैबिनेट की बैठक में प्रस्तुत किया जा रहा है।
प्रान्तीय उपसंचालक सुनील सिंह और विष्णु शर्मा ने कहा कि वर्तमान में सभी प्रांतीय संचालकगण तथा पदाधिकारीगण मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, विशिष्ट व्यक्तियों व जनप्रतिनिधियों से भेंट व चर्चा के माध्यम से 9 सूत्रीय मांगपत्र के अनुरूप समस्त शिक्षाकर्मियों के संविलियन का मार्ग प्रशस्त करने के लिए सतत प्रयास कर रहे हैं, हाई पॉवर कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है न ही कोई आदेश-निर्देश जारी हुए अतः 18 जून की कैबिनेट व उसमे होने वाले निर्णय की प्रतीक्षा धैर्यपूर्वक की जानी चाहिए। इसके अलावा मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेन्द्र शर्मा, सत्येन्द्र सिंह, यादवेन्द्र दुबे, गजराज सिंह, प्रहलाद जैन, सर्वजीत पाठक, दीपक वेंताल ने कहा कि केबिनेट के बाद स्थिति स्पष्ट होगी, जिसका गुणदोष के आधार पर मोर्चा द्वारा समीक्षा किया जाएगा इसके पश्चात आगे की रणनीति तय होगी।
मोर्चा के अन्य पदाधिकारियों में संतोष शुक्ला, भोजराम पटेल, सी पी तिवारी, हिमन कोर्राम, शिवेंद्र चंद्रवंशी, भानु डहरिया, जितेंद्र गजेन्द्र, विनय सिंह, अतुल अवस्थी, अजय वर्मा, राजेश शर्मा, ओमप्रकाश खैरवार, सरवर हुसैन, पवन दुबे, गौतम शर्मा, दीपिका झा, बुसरा परवीन, दिनेश पाण्डेय, प्रदीप पांडेय ने संविलियन के समर्थन में अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि 18 जून को नया शिक्षा सत्र आरम्भ होने के साथ ही मंत्रिमंडल की प्रस्तावित बैठक में 1994-95 से जारी शिक्षाकर्मी व्यवस्था के समाप्त होने तथा शिक्षाकर्मियों के स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन का मार्ग प्रशस्त होने जा रहा है, इसमें यह ध्यान रखना आवश्यक है कि संविलियन निशर्त और पूर्ण रूप से हो और जल्द हो।