बिलासपुर। शिक्षाकर्मियों की संविलियन तपस्या सफ़ल हो गयी है, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने प्रदेश शिक्षाकर्मियों को चुनावी सौगात देते हुए संविलियन घोषित कर दिया है। इसके बाद से प्रदेशभर के शिक्षाकर्मियों में खुशी की लहर है, प्रदेशभर के शिक्षाकर्मी संविलियन घोषित होने के बाद पटाख़े फोड़कर व एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपना हर्ष व्यक्त कर रहे हैं, इस दौरान बिलासपुर, रायपुर, अम्बिकापुर समेत सभी जिलों में संविलियन घोषणा का उत्सव मनाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि विगत 23 वर्षों से प्रदेश शिक्षाकर्मी संविलियन की मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे थे, उन्हें राहत देते हुए आज अम्बिकापुर में विकास यात्रा के दौरान सीएम ने संविलियन घोषित कर दिया। इसपर प्रदेश शिक्षाकर्मियों ने सीएम का आभार व्यक्त किया है। इस अवसर पर प्रांतीय संचालक विरेन्द्र दुबे ने कहा है कि संघर्षरत शिक्षाकर्मी के हमारे सपनों को मूर्त करने का प्रयास हुआ शुरू,इसके लिए सभी संघर्षशील साथियों को बधाई उन्होंने निशर्त संविलियन करने की बात कही है।
यहां बताते चलें कि मुख्यमंत्री ने संविलियन घोषणा कर कहा है कि जल्द ही कैबिनेट बैठक में इसका आदेश लाया जाएगा, सीएम ने अंबिकापुर विकास यात्रा के दौरान इसकी घोषणा की। बता दें कि छत्तीसगढ़ में कार्यरत लगभग 1 लाख 80 हज़ार शिक्षाकर्मी संविलियन को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे थे वहीं मध्यप्रदेश में के संविलियन घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ में भी इसके लिए प्रयास किया जा रहा था, आखिरकार आज सीएम ने प्रदेश के शिक्षाकर्मियों को संविलियन की सौगात दी है।
इस दौरान शालेय शिक्षाकर्मी संघ प्रांताध्यक्ष और शिक्षक पं ननि मोर्चा के प्रांतीय संचालक विरेन्द्र दुबे, धर्मेश शर्मा, डॉ सांत्वना ठाकुर, चन्द्रशेखर तिवारी, सुनील सिंह, जितेन्द्र शर्मा, विष्णु शर्मा, यादवेन्द्र दुबे, विवेक शर्मा, संतोष शुक्ला, जोगेन्द्र यादव, सत्येन्द्र सिंह, यादवेन्द्र दुबे, शिवेंद्र चंद्रवंशी, सी पी तिवारी, प्रहलाद जैन, कैलाश रामटेके, हिमन कोर्राम, ओमप्रकाश खैरवार, भोजराम पटेल, राजेश शर्मा, बुशरा परवीन, गजराज सिंह जितेंद्र गजेंद्र, दीपिका झा, अतुल अवस्थी, अजय वर्मा, पवन दुबे, राजेश पाल, अमित, घनश्याम पटेल ,दीपक वेंताल आदि उपस्थित रहे।