
गरियाबंद। कहते हैं सास ससुर के लिए दामाद बेटा से भी बढ़कर होता है, पर यहां इन रिश्तों को दाग़दार करने आरोपों ने जगह ले ली है। मामला गरियाबंद जिले के निष्ठीगुडा का है। यहां एक बुजुर्ग हितग्राही से पीएम आवास की राशि उसके दामाद ने गबन कर लिया है।
इसकी जानकारी पीड़ित को तब हुई जब आवास की राशि मिलने के सालभर बाद भी मकान पूरा न बनने पर प्रशासन द्वारा बुजुर्ग महिला चंद्रकला को नोटिस जारी किया गया। इसके पश्चात बुजुर्ग ने स्थानीय थाने में आरोपी दामाद के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
देवभोग थानांतर्गत आने वाले ग्राम निष्ठीगुडा में एक 75 साल की बुजुर्ग चंद्रकला झोपड़ी में रहकर अपना गुजरा करती है, बुढ़ापे में पीएम आवास योजना की मदद से पक्के मकान में रहने की उम्मीद जगी पर वो भी पूरा नहीं हो सकी। महिला ने नाम आवास की पहली किस्त 52 हजार रुपए खाते में हस्तांतरित हुई, बुजुर्ग होने की वजह से महिला ने पैसे को अपने दामाद रुपसिंह उसका मकान बनवा दे दिया।
आनन फानन में दामाद ने घर की नीव तो रखीं पर आधी अधूरी और मकान अधूरा छोड़ दिया। बाकी के पैसों को अपनी जेब में रख लिए। साल भर गुजरने के बाद स्थानीय प्रशासन को जानकारी मिलने पर प्रशासन ने चंद्रकला को पैसे वसूलने नोटिस थमा दिया।
जब हमारी टीम ने पीड़ित बुजुर्ग से से इस बाबत की तो उसने कहा कि सरकारी पैसे लौटाने उसके पास फुटी कौडी भी नहीं, उसने बताया कि आधे अधूरे घर के चौखट पर वह अपना गुजारा करती है। प्रशासन से नोटिस मिलने के बाद उसकी परेशानियां और बढ़ गई बेबस बुजुर्ग अब दर-दर भटकने की हालत में है, पीड़िता द्वारा देवभोग थाने में अपने दामाद रूपसिंह के खिलाफ शिकायत करने के पश्चात पुलिस अपराध पंजीकृत कर जांच में जुट गई है।