बिलासपुर। शासन के समक्ष अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रही नर्सों को सरकार द्वारा जेल में बंद करने की घटना पर जिला कांग्रेस ने प्रेस नोट जारी कर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, नर्सों के समर्थन में कृत्य की निंदा करते हुये बिलासपुर महिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सीमा पाण्डेय एवं अनिता लव्हात्रे ने संयुक्त रूप से कहा, रमन सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
उन्होंने आगे कहा कि पहले शिक्षाकर्मियों के साथ, फिर किसानों के साथ अब स्वास्थ्य विभाग में सेवा भाव से कार्य करने वाली नर्सों के साथ जो व्यवहार किया गया, वह यह सिद्ध करता है कि रमन सरकार डर गई है और आनन-फानन में तानाशाही रवैया अपनाकर अमानवीय व्यवहार कर रही है।
जिस तरह जेल के अंदर नर्स बहनों के साथ व्यवहार किया गया उन्हें मूलभूत सुविधाओं से वंचित किया गया, बच्चों को दूध पिलाने जैसा कार्य करने पर पाबंदी लगाई गई बेहद शर्मनाक है। महिलाओं के साथ हुये इस व्यवहार से यह सिद्ध होता है कि छत्तीसगढ़ शासन एवं मोदी रमन सरकार की बेटी बचाओं का नारा खोखला है।
इस पर तंज कसते हुये महिला कांग्रेस ने कहा कि आखिर वो किस बेटी को बचाने का बात करते हैं क्या ये नर्स बहने बेटी नहीं हैं? और इस पूरे अमानवीय व्यवहार पर छत्तीसगढ़ महिला आयोग की चुप्पी समझ से परे है?
अध्यक्ष ने आगे जानकारी देते हुये कहा कि जिला महिला कांग्रेस बिलासपुर 5 जून को यातना और अलोकतांत्रिक कार्यवाही के विरोध में रायपुर जेल के अधिकारियों पर जांच कर कार्यवाही करने की मांग को लेकर जिलाधीश बिलासपुर को दोपहर 12 बजे ज्ञापन सौपेंगे, जिसमें महिला कांग्रेस की पदाधिकारी उपस्थित रहेंगी।
जनता के सम्मान में बड़ी बातें कहने वालों का यही असली चेहरा है : कांग्रेसी
वहीं नर्सों के साथ हुआ इस व्यवहार पर कांग्रेस नेताओं ने भी अपनी बात रखी है उन्होंने शासन द्वारा इस रवैया को आपत्तिजनक ठहराया है, उन्होंने केंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि महिलाओं के सम्मान में मन की बात में बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नरेन्द्र मोदी की राज्य सरकार के मुख्यमंत्री रमन सिंह की सरकार ने जो व्यवहार राज्य के आंदोलनकारी नर्स बहनों के साथ किया है, ऐसे कृत्य की कांग्रेस कड़ी निंदा करती है।
नेताओं ने कहा कि इस घटना से भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर हो गया, बेटी और नारी के सम्मान में दीवारों पर लिखे सारे नारे खोखले हैं और जो कुछ जेल में घटा वहीं रमन और मोदी सरकार का असली चेहरा है, नसबंदी कांड में महिलाओं की मौत, गर्भाशय निकालने की घटनायें और अब महिला कर्मचारी के साथ जेल में दुर्व्यवहार दिखाता है कि सरकार महिलाओं के प्रति कितनी संवेदनशील हैं। इसकी जानकारी प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय एक प्रेस नोट जारी कर दी है।