
बिलासपुर। प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री रोहित तिवारी ने नर्सों के समर्थन में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, उन्होंने सरकार को आरोप लगाया है कि नर्सों के आंदोलन में सरकार ने असंवेदनशील व्यवहार अपनाया है उन्होंने इसकी निंदा करते हुए कहा है कि अब सरकार राज और बाबू राज का टकराव होगा।
रोहित तिवारी ने आगे कहा कि नर्सों का आंदोलन सरकार ने दमन करके कुचल दिया, सरकार और कौन कौन से आंदोलन को दबायेगी, आंदोलन कुचलने से आक्रोश विस्फोटक रुप लेता है, सरकार को संवेदनशीलता का परिचय देते हुये कर्मचारियों की मांग पूरी करनी चाहिये।
शिक्षाकर्मी, आंगनबाड़ी, नर्सों के बाद अब सरकार का रीढ़ तंत्र कहलाने वाला लिपिक वर्ग अब आंदोलन की राह पर है, सरकार यदि मांग पूरी नहीं कि जाएगी तो कर्मचारी वर्ग का आक्रोश का खामियाजा सरकार को भारी पड़ेगा।
प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री रोहित तिवारी ने नर्सों के आंदोलन समाप्ति पर कहा है कि कर्मचारी वर्ग जब-जब नाराज़ हुआ है, सरकारों को सत्ता से दुर होना पड़ा है। इस बात को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने स्वीकार किया था की उनको कर्मचारियों की नाराजगी भारी पड़ी।
हड़ताल कर्मचारी का ट्रेड यूनियन अधिकार है, जिस पर चर्चा होनी चाहिये मगर सरकार संवाद हीनता की स्थिति निर्मित करके दमन का रास्ता अपना कर आंदोलनो को कुचलने में लगी है जो की कर्मचारियों एवं सरकार दोनों के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
उन्होने आगे जानकारी देते हुए बताया कि अभी पूरे प्रदेश के लिपिक काली पट्टी लगाकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं 27 जून को एक दिवसीय हड़ताल के बाद 26 जुलाई से लिपिक भी सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे। प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री रोहित तिवारी ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करेगी तबतक आंदोलन जारी रहेगा।