
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें कहा गया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तखतपुर में वर्ष 2012-13 से लेकर वर्ष 2016-17 तक 9 लाख 22 हज़ार 4 सौ 91 रुपए यात्रा भत्ता के नाम पर अपात्रों को दिया गया है,इस तरह यहां राशियों का ग़बन किया गया है।
प्रेस नोट में उल्लेखित है कि मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के नियंत्रणाधीन खंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालयों में विगत वर्ष में यात्रा भत्ता देयक के भुगतान में शासन के नीति-निर्देशक की अवहेलना करते हुए बिना किसी यात्रा प्रमाण आदेश के चहेतों को नियम विरुद्ध राशि का वितरण किया गया साथ ही साथ पात्र कर्मचारियों को यात्रा भत्ता प्राप्त करने से वंचित किया जा रहा है। उनका आरोप है कि इस कार्य में खंड चिकित्सा अधिकारी एवं उनके कार्यालय के लिपिक से लेकर वार्ड संलिप्त है। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इन मुद्दों से अवगत कराते हुए दोषियों पर जल्द से जल्द कार्यवाही करने की मांग की है।
इस दौरान छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ बिलासपुर शाखाध्यक्ष रविंद्र तिवारी ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिल्हा की जांच में यह सिद्ध हो चुका है कि खंड चिकित्सा अधिकारी ने नियमों की अवहेलना करते हुए अपात्रों को यात्रा भत्ता का भुगतान कर उन्हें अनाधिकृत लाभ प्रदान किया है। इसी तरह अन्य ब्लॉकों में भी वर्ष 2012 से लेकर वर्ष 2013 16-17 की अवधि में लाखों रुपए का यात्रा भत्ते का गड़बड़झाला किया है।
उन्होंने बताया कि सूचना के अधिकार से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तखतपुर में विगत 5 वर्षों में 9 लाख 22 हज़ार 4 सौ 91 रुपए के यात्रा भत्ता बजट का दुरूपयोग किया गया है, इसकी गहन जांच में भ्रष्टाचार किया जाना सिद्ध हो जाएगा, इसलिए जल्दी से जल्दी इसकी जांच की जाए साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तखतपुर सहित मस्तूरी, गौरेला, पेंड्रा, मरवाही एवं कोटा ब्लॉक में भी विगत वर्ष 2012- 13 से लेकर 2016-17 के मध्य भुगतान यात्रा व अन्य दस्तावेजों की गहन जांच करायी जाए ताकि दोषियों के नाम सामने आए।