
बिलासपुर। निगम द्वारा कांग्रेस नेताओं को शहर में चस्पा बैनर पोस्टर के हटाने के लिए नोटिस व एफ.आई.आर .दर्ज करने की चेतावनी से नाराज कांग्रेसियों ने एक प्रेस नोट जारी कर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि निगम यह सब मंत्री प्रेम में कर रहा है।
यहां यह बताना जरूरी है कि नगर निगम बिलासपुर द्वारा कांग्रेस नेता पूर्व विधायक अरूण तिवारी व कांग्रेस कार्यकर्ता तरू तिवारी को पहले नोटिस दिया गया, इसके बाद एफआईआर दर्ज कराने चेतावनी दी है। इसकी निंदा करते हुए कांग्रेस पदाधिकारियों ने निगम के रवैये पर मंत्री प्रेम का आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया है।
नाराजगी जताते हुए प्रदेश महामंत्री , प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, जिलाध्यक्ष , शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन, शहर प्रवक्ता ऋषि पाण्डेय ने संयुक्त रूप से कहा कि एफआईआर होना है तो मंत्री अमर अग्रवाल पर हो जिन्होंने बिलासपुर विधानसभा क्षेत्रों में सरकारी बिल्डिंगों पर अपना और अपनी पार्टी का प्रचार शुरू किया।
उन्होंने स्थानीय विधायक व मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि मंत्री ने वाॅल पेंटिंग कराई, ईमलीभाठा के पंप हाउस की बिल्डिंग पर मंत्री के इस कृत्य का कालिख पोतकर विरोध भी ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी-1 द्वारा किया गया था। कांग्रेस पदाधिकारियों ने नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि पक्षपात पूर्ण रवैया ना अपनाएं, कानून सबके लिए है। अगर अरूण तिवारी और तरू तिवारी पर एफआईआर की गयी तो कांग्रेस के विरोध का सामना करना पड़ेगा।
बहरहाल इतना तो तय है की शहर में बैनर, पोस्टर वॉल पेंटिंग की राजनीति गहराती ही जा रही है, यह बता दें कि पीसीसी प्रवक्ता शैलेश पांडे ने भी इस मामले में आरटीआई लगाकर नगरीय निकाय मंत्री पर आरोप लगाया है साथ ही निगम से शहर में भाजपा द्वारा लगाए गए सभी बैनर पोस्टर पोस्टरों के अनुमति की प्रति की भी मांग की है।