बिलासपुर। कांग्रेस के प्रदेशप्रवक्ता शैलेश पांडेय ने विपक्ष सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो सरकार आदिवासी राज्य में आदिवासियों को स्वास्थ्य सुविधा भी उपलब्ध नहीं करा पा रही है और इलाज नहीं मिलने के कारण आदिवासियों की मौत हो रही है। वह आदिवासियों की हितैषी सरकार कैसे हो सकती है।
भाजपा सरकार आदिवासियों के जल जंगल और जमीन की सुरक्षा के नाम पर प्रदेश आदिवासी जनता को झूठ बोलकर पूरे प्रदेश को व्यापारियों और उद्योगपतियों को बेचने के काम में लगी हुई है। अंबिकापुर जेल में आंत्रशोध से आदिवासी कैदियों के मौत के मामले में कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश पांडेय ने सरकार घेरते हुए कहा कि आलम यह है कि अंबिकापुर जेल में इलाज नहीं मिलने के कारण दो आदिवासी भाइयों की मौत हो चुकी है और सौ से अधिक कैदियों की हालत नाजुक बनी हुयी है।
यह केवल अंबिकापुर जेल की नहीं पूरे प्रदेश की जेल में यही स्थिति है उन्होंने आगे बताया कि जेलों में डॉक्टर चिकित्सा और साफ-सफाई की सुविधा भी नहीं है। अम्बिकापुर जेल में आंत्रशोध से दो आदिवासी कैदियों की जान गई है। इसका हिसाब सरकार को देना होगा शैलेश ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है साथ ही ऐसा ना होने पर प्रदेशभर के आदिवासियों को एकजुट कर आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है।
इसी तारतम्य में अपनी बात रखते हुए पीसीसी प्रवक्ता शैलेश ने केंद्रीय बिलासपुर जेल में 34 सौ कैदी ठूस ठूस कर भरे गए हैं। जबकि बिलासपुर केंद्रीय जेल में 600 कैदियों के रखने का व्यवस्था है। इसके बाद केंद्रीय जेल में और भी बैरक बनाए गए थे जिसमें अधिकतम 6 सौ और कैदियों को ही रखा जा सकता है। लेकिन जेल प्रशासन और सरकार के भरर्रा साही से 34 सौ कैदियों को बिलासपुर केंद्रीय जेल में ठूस-ठूस कर भर दिया गया है। जहां पर कोई भी सुविधा नहीं है, इन कैदियों को आए दिन बीमारी होती रहती है जिसे जेल प्रशासन छुपा कर रखता है और कैदियों का ध्यान नहीं रखा जाता है जेल प्रशासन पूरी तरह लापरवाह है।