
इस बारे में जब हमनें वार्ड क्रमांक 34 के पार्षद शैलेंद्र जायसवाल से फ़ोन में संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि यह महापौर की साजिश है, महापौर द्वारा अपने मितानिन कार्यकर्ताओं व पूर्व पार्षद से मिलीभगत कर मेरे खिलाफ़ रिपोर्ट दर्ज कराया गया। उन्होंने इसका कारण एमआईसी की बैठक को बताया, साथ ही कहा कि महापौर को मेरे सामने घुटने टेकने ना पड़े इसलिए उन्हें ऐसा षडयंत्र करना पड़ रहा है। चुकी मेरे वार्ड में सबसे ज़्यादा विकास कार्य हो रहा है।