
बिलासपुर। पुलिस एवं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में जमा अनौपचारिक स्वीकृति व अन्य मसलों पर विमर्श के संदर्भ में एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला की शुरुआत आईजी दीपांशु काबरा ने किया, इस दौरान एसपी आरिफ़ शेख़ भी उपस्थिति रहे।
कार्यशाला में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के डिपार्टमेंट ऑफ नॉन बैंकिंग सुपरविजन विभाग रायपुर के डीजीएम नीलभ झा ने जमा स्वीकार करने के लिए अधिकृत एनबीएफसी और संस्था के संदर्भ में अपना प्रेजेंटेशन दिया, सेबी के मैनेजर यू रमेश ने इंस्ट्रुमेंट्स ऑफ मोबिलाइजेशन ऑफ डिपाजिट कलेक्टिव इन्वेस्टमेंट स्कीम टॉपिक पर अपनी बात रखी।
कंपनी सेक्रेटरी मिधास्य पुरोहित एवं एमएस अदिति पंत ने इनकारपोरेशन एंड मॉनिटरिंग ऑफ कंपनी, विषय पर अपनी प्रस्तुति दी आई सी ए आई के सेक्रेटरी सीए रजत अग्रवाल ने कंपनी एक्सेप्टेंस ऑफ डिपाजिट रूल्स 2014 के विषय पर जानकारी दी। डीआरसीएस बिलासपुर दिलीप जायसवाल ने जमा स्वीकृति सहकारी विषय पर सोसाइटी विषय पर अपना व्याख्यान दिया।
कार्यशाला में एसपी आरिफ शेख ने स्वयं सीजी पीडीआई एक्ट 2005 के कारणों पर अपनी बात रखी, प्रॉफिट एंड केस स्टडीज़ विषय पर व्याख्यान व प्रस्तुति दी तथा इन केसेज़ में विवेचना की बारीकियों से अवगत कराया। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर पूरे व्याख्यान में हिस्सा लिया और जानकारी ली।
इस मौके पर कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अर्चना झा व बिलासपुर रेंज के सभी जिलों बिलासपुर, रायगढ़, जांजगीर चांपा, मुंगेली, कोरबा से उप-पुलिस अधीक्षक से प्रधान आरक्षक भी उपस्थित रहे।