बिलासपुर। नगर निगम के ठेकेदार इन दिनों फिर परेशान है, इस बार उनकी परेशानी उनके अपने संघ के अध्यक्ष की ओर से है, बताया जा रहा है कि, ठेकेदार संघ के अध्यक्ष ने संघ के सदस्यों को फोन में संपर्क करके रुपए देने कहा है वे कहते हैं कि यहां पावर का टिकट कटाना है सहयोग राशि दो।
जब सदस्य पूछते हैं कि यहां पावर कौन है और टिकट कौन सी है, हवाई जहाज की है या चुनाव की है तो अध्यक्ष गोल मोल जवाब देते हैं। अब संघ के सदस्य परेशान है कि सहयोग राशि देते हैं तो परिणाम पता नहीं, नहीं देते हैं तो गंभीर परिणाम का डर है। यह भी नहीं पता नहीं कि टिकट किसका कटना है। सदस्य वेट एंड वाच की नीति पर चलने का मन बना रहे हैं।
बिलासपुर नगर पालिका निगम के अधिकारी अपने ही द्वारा जारी कार्य विभाजन आदेश को नहीं मानते, पूरे मामले के पीछे या तो कमीशन का खेल का खेल है या फिर जातिवाद। सूत्रों के अनुसार अभियंता लहरें को कार्य विभाजन में वार्ड नंबर 15, 16, 17 व 18 का कार्य मिला मिला है, इसके अनुसार इन वार्ड में होने वाला कोई भी सिविल कार्य लहरे की देखरेख में होगा। इस कार्य निभा जनादेश के जारी, प्रभावी होने के बाद श्रीकांत वर्मा मार्ग का डामरीकरण शुरू हुआ तो चौहान तथा शर्मा की कर्तव्यनिष्ठा जाग उठी वे दोनों इस निर्माण के सुपरविजन करते हैं। जिसे काम मिला वो खुलेआम कहता है क्या मानें, मैं योग्य नहीं हूं तो नौकरी से निकाल दो या फिर फिर साफ़ बताओ कि तुम दोनों को कमीशन का लालच इतना है कि जहां बड़ा काम होगा वहां तुम ही ड्यूटी करोगे। यदि यह सही है तो कार्य विभाग विभाग आदेशों को ड्राफ्टिंग बदलकर उसे सुधारना चाहिए।