
बिलासपुर। शहर में बिजली की समस्या से जनता त्रस्त है आये दिन बिजली बंद हो जाती है। समय बेसमय बिजली की असुविधा के कारण पूरे शहर को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके विरोध में ज़िला शहर कांग्रेस कमेटी और पार्षद दल के संयुक्त तत्वधान में आज शहर में बिजली की विभिन्न समस्याओं को लेकर बिजली ऑफिस तिफरा जा कर ज्ञापन सौपा साथ ही एक सप्ताह के अंदर बिजली व्यवस्था ठीक करने की मांग की ऐसा ना होने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी है। मुख्य अभियंता की अनुपस्थित में अखिलेश श्रीवास्तव अतिरिक्त मुख्य अभियंता और भगत साहब सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ने ज्ञापन लिया और शीघ्र समस्याओ को हल करने का आश्वासन दिये।
इस दौरान कांग्रेस और पार्षद दल ने कहा है कि शहर में थोड़ी सी हवा और पानी गिरने से कई घण्टे बिजली गुल होना, बढ़ा हुआ बिजली बिल देना एक ठेकेदार को पूरा शहर का मेंटेनेंस का कार्य देना सही नहीं है। जबकि कर्मचारी नहीं के बराबर है खुले हुए ग्रिप से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, ठेकेदार के लोग औसत रिडिंग कर बिल देते हैं जो बाद में उपभोक्ता के लिए परेशानी बन जाता है। कांग्रेस जनों ने सब स्टेशनों की कमी, शहर के अंदर दोहरी लाइन बिछाना, स्तर से कमत्तर केबल का उपयोग करना, आदि खामियों को बताया गया और इन्हें दूर करने की शिकायत भी की।
इस अवसर पर शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर और नेता प्रतिपक्ष शेख नजीरुद्दीन, शेख गफ्फार, प्रवक्ता शैलेश पांडेय ने कहा कि बिजली विभाग के मंत्री प्रदेश के मुखिया रमन सिंह हैं पर यह विभाग उतना ही विवादास्पद रहा है चाहे नकली ट्रांसफार्मर खरीदी हो या मीटर शिफ्टिंग हो, इलेक्ट्रिक पोल का मामला हो, यहां खुला भ्रष्टाचार किया गया पर मुख्यमंत्री मौनी बाबा बने हुए हैं रमन सिंह ने मीटर को घरों के बाहर लगवाकर एक तरह से अपनी जनता के प्रति संदेह जताया है।
कांग्रेस ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में 5 रुपये से ज्यादा प्रति यूनिट बिजली है, जबकि जमीन, जंगल, जल, सभी प्रदेश की जनता का है और आज भी रमन सिंह अपने उद्योग मित्रों से एमओयू कर रहे हैं। हमारी जमीन बिक रही है पर सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है। रमन सिंह ने जल, जमीन, जंगल को आय का जरिया बना लिए है जबकि वहीं दिल्ली सरकार खरीद कर भी अपने उपभोक्ताओं को इसी दर पर बिजली दे रही है। इसके बाद भी छत्तीसगढ़ और शहर की जनता अंधेरे में रहने को मजबूर है, सरकार कहती है कि छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रिक हब है पर थोड़ी सी हवा की झोंका, पानी गिरने से बिजली चली जाती है, जिसके कारण हॉस्पिटल में भर्ती मरीज, घर में छोटे बच्चे, प्रतियोगी परीक्षा देने वाले छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पर सरकार को इन समस्याओं से कोई सरोकार नही है। क्योंकि मंत्री और बड़े अफसरों के घर बिजली गुल तो होती नहीं, तो वो क्या जाने जनता की तकलीफ क्या है।
इस अवसर पर प्रदेश सचिव रामशरण यादव, पूर्व शहर अध्यक्ष द्वय विजय पांडेय, रविन्द्र सिंह, पूर्व महापौर राजेश पांडेय, पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपाई, एस पी चतुर्वेदी, शिवा मिश्रा, ऋषि पाण्डेय, शैलेन्द्र जायसवाल, अखिलेश बाजपाई, रमाशंकर बघेल, काशी रात्रे, जसबीर गुम्बर, तरु तिवारी, धर्मेंद्र शुक्ला, सुभाष ठाकुर, विकी आहूजा, बद्री यादव, भरत लोनिया, करम गोरख, प्रेमदास मानिकपुरी, जयपाल निर्मलकर व प्रवक्ता शहर कांग्रेस कमेटी ऋषि पांडेय उपस्थित रहे।