रायपुर/जनता जोगी कांग्रेस के संस्थापक अध्यक्ष अजीत जोगी ने कुछ दिन पूर्व रायपुर में हुए साथ दो 72 में दारू बंदी को समर्थन किया था. इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए उनके पुत्र मरवाही विधायक अमित जोगी ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है कि वह सुपेबेडा के लोगों को दवा के रूप में एक्सपायरी डेट की दारू पिला रहे हैं.
अमित ने अपने बयान में आगे कहा कि प्रदेश की सरकार उन चीज़ों का वितरण करती है जो अनुपयोगी और नुकसानदेह है .
अमित ने कहा कि आयुष विभाग के शिविर में बांटी गयी एक्सपायरी दवाई जिसमें बनाने में 67% अल्कोहल का उपयोग किया गया है. उन्होंने कहा कि अब दवा के रूप में शराब बांटने का काम कर रही सरकार अमित ने इसे प्रतिबंधित कर दवा निर्माता कंपनी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीयों, डॉक्टरों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मांग की है.
मरवाही विधायक अमित ने बताया कि गरियाबंद जिले के देवभोग विकासखंड के सूपेबेड़ा गांव जहां किडनी रोग से हो रही लोगों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है वहां शासन प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आयी है. मरवाही विधायक अमित जोगी ने पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सूपेबेड़ा गांव में आयुष चिकित्सा एवं जनजागरूकता शिविर आयोजित किया गया था जहां लोगों को किडनी रोग की कथित होमेओपेथी दवाई बांटी गयी है। यह दवा न्यू लाइफ लैबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाई गयी है जिसकी मैन्युफैक्चरिंग तिथि फरवरी 2013 की है और निर्माण से 60 माह (5 वर्ष) बाद यह दवा एक्सपायर हो जाती अर्थात् फरवरी 2018 में यह दवा एक्सपायर हो चुकी है।
लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित इस शिविर में एक्सपायरी तिथि से 2 माह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीयों और डॉक्टरों की मौजूदगी में आयुष विभाग द्वारा यह दवा लोगों को दी गयी। इतना ही नहीं, इस दवाई में यह भी लिखा है कि इसमें अल्कोहल (शराब) की मात्रा 67% है और एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल के द्वारा यह बनाई गई है।
विधायक अमित ने कहा कि शराब बेचने का काम तो सरकार ने पहले ही शुरू कर दिया है. अब दवाइयों के माध्यम से भी रमन सरकार लोगों को शराब पिला रही है. इस सरकार की सारी संवेदनाएं मर गयी हैं. सरकार द्वारा सूपेबेड़ा के किडनी रोगियों का मज़ाक बनाया जा रहा है तभी उन्हें एक्सपायरी दवा के रूप में जहर बाँट कर बाँट कर पहले से बीमार लोगों की सेहत के साथ जानलेवा खिलवाड़ किया जा रहा है.
जिन 45 लोगों ने आज शिविर में इस दवाई को लिया है उनकी सेहत बिगड़ने पर इसकी पूरी जवाबदारी राज्य सरकार की होगी.
जोगी ने कहा कि सरकार की इन्ही लापरवाहियों की वजह से सूपेबेडा के लोगों का मेकाहारा पर से विश्वास उठ चुका है अमित जोगी ने कहा की एक्सपायरी डेट की दवाई देना अपराध की श्रेणी में आता है इसलिए इस दवा की निर्माता कंपनी न्यू लाइफ लैबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और शिविर में मौजूद सभी अधिकारीयों और डॉक्टरों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए.