सामान शिफ्टिंग में भारी गड़बड़ी
बिलासपुर/प्रदेश सरकार का अहम विभाग जिस पर कर संग्रहण का उत्तरदायित्व कर संग्रहण का उत्तरदायित्व है वो स्वयं ही अवस्था से बेहाल है। पहले यह कार्यालय जिला न्यायालय के पास संचालित था और इस भवन का लोकार्पण मध्य प्रदेश के उस वक्त के उस वक्त के मुख्यमंत्री पं. श्यामाचरण शुक्ल ने 1988 में किया था।
इस विभाग का नाम है वाणिज्य कर विभाग, यह विभाग राज्य शासन के सामान्य नियम से परे है। यहां तबादले का नियम लागू नहीं होता यहां पर कुछ कर्मचारी अपनी प्रथम नियुक्ति से ही आज तक डटे हुए हैं 20 वर्ष 25 वर्ष से एक ही स्थान पर नौकरी वाणिज्य कर विभाग में ही संभव है।
जिला न्यायालय के बाजू में वाणिज्य कर विभाग भले ही खाली हो पर यहां ट्रकों का रोककर विभागीय कर्मचारी ले देकर मामले सुलझाते हैं। निरीक्षण का अधिकार किसे है यह रायपुर से तय होता है वर्तमान में यह अधिकार दो अधिकारियों को है पहला नाम यादव है तो दूसरा श्रवण महतो पर पांडे नाम का एक शख्स इन दिनों में ट्रकों को रोक कर वसूली कर रहा है।
वाणिज्य कर विभाग इन दिनों क्षेत्रीय बस स्टैंड के सामने किराए के कॉम्प्लेक्स में संचालित है। कॉन्प्लेक्स शासकीय कार्यालय के सुविधाओं के अनुकूल नहीं है यहां हाल नहीं दुकानें हैं। एक-एक दुकान में एक-एक सेक्शन है बड़े अधिकारी को बड़ी दुकान मिली दुकान में ही एकाधिक पार्टीशन करके कक्ष का निर्माण हुआ है।
पुराने से नए भवन में शिफ्टिंग में भारी गड़बड़ी हुई है काम पूरा नहीं हुआ पर लेखाधिकारी की कृपा से सब भुगतान हो गया, पुराना भवन छोड़ दिया पर दिखावे के नाम दो नाम दो चौकीदार पुराने भवन पर ड्यूटी देते हैं पर दिखते ही नहीं शायद वे भूतनाथ हैं जो केवल बिट्टू को देखते हैं और कार्यालय का बिट्टू लेखाधिकारी हैं।