बिलासपुर। बिलासपुर स्थित रक्षित केंद्र में आरक्षक के पद पर कार्यरत एक जवान अपने उपचार कराने अवकाश पर जाने के लिए मेडिकल अनफिट बनाने की मांग की थी। मेडिकल अनफिट बनाने के लिए जिला अस्पताल के एक डॉक्टर ने घूस की मांग की ऐसा जवान का आरोप है।
मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर डॉक्टर ने आरक्षक से 5 सौ रुपये की मांग की है। जवान ने इस मामले पर डॉक्टर के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कर जाँच की मांग की है।
भ्रष्टाचार से कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है इसका जीवंत उदाहरण आरक्षक मनीष जायसवाल के शिकायत पत्र पर उभरकर सामने आया है।
कानून के सिपाही और जनहितों की रक्षा करनेवाले जवान से जिला अस्पताल में पदस्थ एक महिला डॉक्टर ने मेडिकल अनफिट बनाने 5 सौ की मांग की साथ ही नहीं देने पर मेडिकल अनफिट नहीं बनाने की चेतावनी भी दे डाली। आरक्षक मनीष ने इस मामले की शिकायत पुलिस कप्तान से कर कार्रवाई की मांग की है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रक्षित केंद्र का आरक्षक मनीष जायसवाल पिछले कुछ दिनों से पथरी की बीमारी से पीड़ित है, ईलाज कराने उसने पुलिस कप्तान से 15 दिन का अवकाश की पूर्वानुमति ले ली है।
विभागीय प्रक्रिया के लिए डाॅक्टर का मेडिकल अनफिट प्रमाण पत्र की बनवाने के लिए उसने जिला अस्पताल के डॉक्टर नगीना टंडन के पास गया, डाॅक्टर ने उसे मेडिकल अनफिट देने के एवज़ में 5 सौ रुपये की मांग की आरक्षक मनीष ने इंकार कर दिया, व्यवस्था से नाराज आरक्षक ने मामले की लिखित में शिकायत कर पुलिस कप्तान आरिफ़.एच.शेख़ से कार्रवाई की मांग की है।