बिलासपुर। सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम फरहदखार में विगत में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी आखिरकार सुलझ ही गयी, पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा यह किया है कि जेल में रहते हुए भी अपराधी ने 3 लाख रुपये में सिक्योरिटी सुपरवाइजर के हत्या की सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी। उत्तरप्रदेश के बलिया के रहने वाले कातिलों ने यह सुपारी ली थी, पुलिस ने इस मामले में गिरोह के दो दोषियों को गिरफ्तार कर लिया है उनसे पूछताछ कर पुलिस अन्य दोषियों की तलाश कर रही है। पुलिस द्वारा आगे की पूछताछ में यह बात सामने आई कि जेल में बंद एक कैदी ने मर्डर का कॉन्ट्रैक्ट देकर सिक्युरिटी सुपरवाइजर की हत्या करवाई थी।
बता दें कि 10 अप्रैल को ग्राम महमंद के निवासी देवेंद्र निर्मलकर पिता रामनाथ निर्मलकर द्वारा स्थानीय सिरगिट्टी थाना को सूचना मिली थी कि फरहदखार बाईपास में किसी अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़ी हुई है, इसके बाद फौरन पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले की जांच शुरू की जिसमे साफ हुआ कि अज्ञात व्यक्ति की मौत सिर पर गंभीर चोट लगने की वजह से हुई। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 के तहत अपराध पंजीकृत कर आगे की कार्रवाई शुरू की आगे की जांच में अज्ञात मृतक की पहचान शंकर प्रसाद निर्मलकर पिता स्व. राम तपेश्वर के रूप में की गयी। जो अन्नपूर्णा कालोनी का रहने वाला था वह सिक्युरिटी कंपनी में सुपरवाइजर का काम करता था।
इस मामले में बड़े खुलासे के बाद मंगलवार को बिलासा गुड़ी में पुलिस द्वारा पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया, इस वार्ता में एसपी आरिफ शेख ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के एक आरोपी गिरोह ने तीन लाख रुपए की सुपारी लेकर शंकर प्रसाद की हत्या की इसके तुरंत बाद आरोपी वापस उत्तरप्रदेश वापस चले गए।
एसपी आरिफ ने आगे बताया कि कत्ल के बाद पुलिस की टीम ने शंकर निर्मलकर के बॉयोडाटा निकालने का काम किया, जिसमे उनके पारिवारिक व सामाजिक जीवनशैली की पृष्ठभूमि की पूरी जानकारी निकली गयी। उसके बाद उसके मोबाइल पर आए नम्बर पर वापस बातचीत कर लोकेशन का क्लू ढूंढा इसकी पतासाजी करने के लिए यहां से टीम यूपी के बलिया भेजी गई, टीम ने रेनुकुट स्थित एक किराए के मकान से बबलू उर्फ मिथलेश सिंह को हिरासत में लिया, इसके बाद कत्ल की गुत्थी सुलझ गई।
जेल के अंदर ही दे डाली हत्या की सुपारी
एसपी आरिफ ने इस दौरान बताया कि दोषी हरीश पासवान अभी जेल में है और जेल में रहते हुए ही उसने सिक्योरिटी सुपरवाइजर शंकर प्रसाद केई मारने का कॉन्ट्रैक्ट दिया, उसने जेल से मिथलेश और उसके मित्र बाबू पाण्डेय व विमलेश से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वह जेल के अंदर से ही हत्या की साजिश कर ली इस बात की जानकारी वहां के डीएम से दे दी गई है। एसपी आरिफ ने बताया कि अभी तीन दोषियों की और गिरफ्तारी होनी है, उन्होंने आगे कहा कि आगे टीम मास्टरमाइंड हरीश पासवान को गिरफ्तार करने यूपी जाएगी।