बिलासपुर। बहतराई स्टेडियम में सिंथेटिक एथेलेटिक ट्रैक का निर्माण किया जाना है, इस काम का ठेका अनिल बिल्डकॉन प्राइवेट कंपनी को मिला है। इसका काम शुरू भी हो गया है पर इसमें लगने वाली मिट्टी के लिए ठेका कंपनी ने अवैध खनन का नया ठिकाना स्थानीय बना लिया है , स्थिति यह है कि वहां की जमीन पूरी तरह गहरी हो चुकी है। हाल यह है कि मिट्टी की खुदाई में ठेकेदार कंपनी ने स्टेडियम के बॉउंड्रीवाल तक को तोड़ दिया ताकि उन्हें बार-बार घूमकर आना-जाना ना पड़े, जबकि उन्होंने इसकी अनुमति भी नहीं ली गई और मनमाने ढंग से काम शुरू कर दिया गया।
ज्ञातव्य है कि बहतराई स्थिति आउटडोर स्टेडियम में 8×400 मीटर की लंबाई में सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक का निर्माण किया जाना है। निर्माण कार्य का ठेका बिलासपुर के अनिल बिल्डकॉन प्रायवेट लिमिटेड कंपनी को मिला है। जिसकी कुल लागत 9 करोड़ 19 लाख 95 हज़ार रुपये है इस एथलेटिक ट्रेक को 9 माह के भीतर पूर्ण किया जाना था ।वह भी समय पूर्ण हो चूका है। निर्माण कार्य तो तेजी से जारी है पर निर्माण में उपयोग में लाये जाने वाले और एथलेटिक ट्रेक के लिए सबसे महत्वपूर्ण मिट्टी को पास की ही भूमि से खोदकर काम में लाया जा रहा है। वो भी बिना किसी अनुमति के इसका कारण यह भी लगाया जा सकता है कि बहतराई स्टेडियम दूर होने की वजह से ज्यादा लोगों का वहां आना जाना नहीं होता इसलिए ठेकेदार कंपनी द्वारा मनमाने ढंग से इस कार्य को किया जा रहा है। जिसकी अब तक किसी को सुध नहीं या फिर ऐसा भी हो सकता है की जिम्मेदार अधिकारी ये सब जानते हुए भी खामोश हैं।
गांव के सरपंच, सचिव को नहीं इस बात की खबर
जिस गांव की तालाब से मिट्टी निकालकर अवैध रूप से कार्य में उपयोग में लाया जा रहा है, वहां के सरपंच और सचिव से इस मामले में तलब करने पर पता चला कि उन्हें इस बात की भनक भी नहीं है ना ही ठेकेदार कंपनी द्वारा पूर्व में सड़क निर्माण के लिए उनसे प्रस्ताव लिया गया था पर इस बाबत् कोई अनुमति ली गई, सरपंच और सचिव ने इस मामले में लिखित शिकायत करने की बात कही है वहीं काम के सुपरवाइजर से बात करने पर उसने बताया कि इस बात की पूर्वानुमति सरपंच व सचिव से ले ली गई है साथ ही उनसे इस कार्य के लिए एनओसी भी कंपनी ने ले ली है।
करोड़ो के ठेके में मिट्टी का घोटाला!
बहतराई आउटडोर स्टेडियम में बन रहे एथलेटिक ट्रेक का ठेका करोड़ो रूपये में अनिल बिल्डकॉन को दिया गया है, इसके बावजूद मिट्टी के लिए ठेकेदार कंपनी द्वारा बिना किसी अनुमति के धड़ल्ले से अवैध उत्खनन किया जा रहा है। इसका बड़ा कारण यह भी है कि बहतराई शहर के अंतिम छोर पर स्थित है जहां लोगों का आना जाना कम ही होता है, इस बाद कि जानकारी शायद जिम्मेदार अधिकारियों को हो, पर उन्होंने भी इस मामले में अबतक कोई कदम नहीं उठाया है।
बिना अनुमति तोड़ दी स्टेडियम की दीवार, बना डाला शॉर्टकट
ठेकेदार कंपनी द्वारा गाड़ी के डीजल और समय बचाने के लिए बिना अनुमति के स्टेडियम की दीवार तोड़ दी गई है, आलम यह है की अवैध उत्खनन कर मिट्टी को इसी रास्ते से लाया जाता है और एथलेटिक ट्रेक में पाटा जाता है। यहां तक की ठेकेदार कंपनी द्वारा मिट्टी निकालने के लिए स्टेडियम के दीवार के किनारों तक को खोद दिया गया है, जिससे बरसात के समय दीवार गिरने का का डर भी बना रहेगा। करोड़ों के ठेके में ऐसी कोताही बरतना सीधे-सीधे शासन प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ाना है ,जो ठेकेदार कंपनी कर रही है।
बिना मिलीभगत के इतना सब कर रही ठेकेदार कंपनी..?
जब से काम शुरू हुआ है तब से गांव की जमीन को खोद-खोदकर वहां से मिट्टी निकालकर ठेकेदार कंपनी अपना काम चला रही है वह भी बिना किसी से अनुमति लिए,
पूर्व में सड़क निर्माण के दौरान प्रस्ताव दिया गया था जो समाप्त हो चुका है पर अभी वर्तमान में चल रहे कार्य के लिए हमारी तरफ से कोई एनओसी मिट्टी खनन के लिए नहीं दी गई है /
…….. बहतराई सरपंच
मसलन जिस हिसाब से कार्य चल रहा है उससे यह लगता नहीं है कि बिना जिम्मेदार अधिकारियों की जानकारी के ठेकेदार कंपनी द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। यह बात सीधे तौर पर मिलीभगत की ओर इशारा करता है बहरहाल अब देखना यह होगा कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पर अपनी क्या प्रतिक्रिया देते हैं।