बिलासपुर। छत्तीसगढ़ डायोसिस बोर्ड ऑफ एजुकेशन रायपुर के नवनियुक्त वर्तमान सचिव शशि वाघे ने संगठन की ओर से एक प्रेस नोट जारी करते हुए बृजेश स्कूल में पूर्व में हुए प्राचार्य के पदभार ग्रहण के विवाद पर संगठन की तरफ से सफाई जारी की गई है।
उन्होंने जारी प्रेस नोट में कहा है की विगत कुछ समय से गुलशन लाल एवं उसके सहयोगियों द्वारा समाचार पत्र के माध्यम से छत्तीसगढ़ डायोसिस बोर्ड ऑफ एजुकेशन एवं बृजेश अंग्रेजी उच्च माध्यमिक शाला के संदर्भ में कई भ्रामक जानकारी प्रकाशित की जा रही है, गुलशन लाल द्वारा सचिव पद पर होना बताकर भ्रामक एवं झूठी जानकारी जारी की जा रही है, जबकि वह वर्तमान में छत्तीसगढ़ बोर्ड के किसी भी पद पर नहीं है।
छत्तीसगढ़ डायोसिस बोर्ड ऑफ एजुकेशन की सचिव शशि वाघे ने बताया कि पूर्व में छत्तीसगढ़ डायोसिस बोर्ड ऑफ एजुकेशन रायपुर के कुछ सदस्यों द्वारा विगत वर्षों से सभी स्कूलों में घोर अनियमितता की जा रही है, इसकी शिकायत समाज के सदस्यों शाला प्रमुख एवं अन्य द्वारा सीनियर द्वारा नई दिल्ली प्रमुख मुख्यालय में की गई शिकायतों की जांच हेतु सीएनआई से नई दिल्ली द्वारा जांच कमेटी का गठन किया गया जांच कमेटी ने 19 जनवरी 2018 को रायपुर, बिलासपुर आकर शिकायत पर जांच की, जांच के पश्चात 15, 16 फरवरी 2018 को किस दिशा में द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए सिनेड द्वारा लिए गए निर्णय को 22.फरवरी 2018 को विशप रॉबर्ट अली को पत्र के माध्यम से प्रेषित किया गया।
उन्होंने बताया कि सिनेड सीएनआई दिल्ली के निर्णय अनुसार पूर्व कमेटी की अनियमितताओं के कारण पूर्व एग्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्यों को हटाकर नई एक्जीक्यूटिव कमेटी का गठन 26 अप्रैल 2018 को किया गया, जांच कमेटी के द्वारा छत्तीसगढ़ डायोसिस बोर्ड ऑफ एजुकेशन को भंग कर नई डायोसिस एक्जीक्यूटिव का गठन किया गया, 22 फरवरी 2018 के सिनेड के आदेश के विरुद्ध विलसन लाल ने उच्च न्यायालय में वाद प्रस्तुत किया है, उन्हें अंतरिम राहत नहीं मिली एवं उनके अंतिम आवेदन को 5 अप्रैल 2018 को उच्चतम न्यायालय ने खारिज कर दिया, 22 फरवरी को सीनियर द्वारा पारित किया गया निर्णय आज भी यथावत है। उन्होंने बताया कि विलसन लाल एवं अन्य सदस्यों को हटा दिया गया है, किंतु अधिकार के पद से हटाए जाने के पश्चात भी लेटर पेड एवं सील का इस्तेमाल किया जा रहा है, विलसन लाल द्वारा पद पर ना होते हुए भी भ्रामक जानकारी समाचार पत्र और व्हाट्सएप के माध्यम से समाज में प्रेषित की जा रही है।
पूर्व प्राचार्य की पुनः पदभार संभालने के मामले की दी जानकारी
समाचार भ्रामक जानकारी भी प्रस्तुत की जा रही है कि निशिता हंसा दास प्राचार्य बृजेश अंग्रेजी उच्च माध्यमिक शाला को बर्खास्त किया जा चुका है, उन्होंने आगे इस प्रेस नोट में कहा कि यह पूर्णता गलत है सिनेड की जांच कमेटी के जांच उपरांत यह साक्ष्य पाया गया कि निशिता हंसा राज को बदले की भावना से नियम के विरुद्ध निलंबित किया गया था।
उन्होंने बताया कि निशिता हंसा दास का निलंबन पूर्णता गलत एवं अधिकार क्षेत्र से बाहर था सिनेड द्वारा भी पाया गया कि छत्तीसगढ़ डायोसिस बोर्ड ऑफ एजुकेशन रायपुर द्वारा उन्हें कक्षा संचालन का अधिकार अक्टूबर 2013 से दिया गया था जिस बाबत पावर ऑफ अटॉर्नी दी गई थी, किंतु उसकी जांच उनके पद पर नियुक्ति से बदले की भावना से मुक्त करने के उद्देश्य से की गई थी, इसके पश्चात उन्हें बहाल करने का आदेश 22 फरवरी 2018 को दिया गया, सिनेड द्वारा 22 फरवरी को जारी आदेश के पश्चात निशिता हंसा दास को पुनः बहाल करने का आदेश दिया गया, जो विधिवत है प्राचार्य के ऊपर लगे आरोपों को गलत एवं प्रक्रिया विरुद्ध होने के कारण एवं रद्द कर दिया गया है, उन्हें बाहर ड्यूटी जॉइन करने का आदेश 26 फरवरी को जारी किया गया था आदेशों का पालन ना करने के कारण श्रीमती जेतिका नाथ को 1 अप्रैल 2018 से निलंबित कर दिया गया है, छत्तीसगढ़ डायोसिस बोर्ड ऑफ एजुकेशन रायपुर छत्तीसगढ़ की सचिव शशि वाघे ने इस मंसले पर दो पन्नों की प्रेस नोट जारी कर मामले में सफाई दी है।