
बिलासपुर। विगत दिनों जम्मू कश्मीर के कठुआ में 8 साल की मासूम बच्ची के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म व महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में आज शहर के देवकीनंदन दीक्षित चौक में एकदिवसीय धरना उपवास रखा गया।
उच्च न्यायालय की अधिवक्ता निरुपमा बाजपेयी और सामाजिक कार्यकर्ता सत्यभामा अवस्थी के नेतृत्व में यह एकदिवसीय धरना उपवास रखा गया था, इस अवसर पर निरुपमा ने कहा की महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ उत्पीडन की घटनाओं में इजाफा हुआ है, अगर आंकड़ों पर नज़र फेंरे तो प्रदेश की बेटियों की अस्मिता खतरे में हैं, उन्होंने आगे कहा कि इस उपवास धरने के माध्यम से महिलाओं की आवाज को बुलंद करने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है, उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं को सुरक्षा और न्याय दिलाने के प्रति सरकार का ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से इस धरना उपवास का आयोजन किया गया है।
इस अवसर पर महिलाओं ने बताया कि देश में महिलाओं की स्थिति लगातार गिरती जा रही है, सुरक्षा के अभाव में महिलाओं का जीना दूभर हो गया है उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाओं पर प्रशासन द्वारा सख्ती नहीं बरतने से दुष्कर्मियों को और संबल मिलता है, उन्होंने आगे कहा कि सरकार को इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए, और महिलाओं के हित में कार्य करना ही नहीं अपितु उन्हें सुरक्षित रखना भी सरकार का पहला दायित्व है।
जानिए क्या है कठुआ मामला
जम्मू के कठुआ में 10 जनवरी को लड़के ने अपने दोस्त के साथ मिलकर 8 साल की बच्ची का किडनैप किया और मंदिर में ले जाने से पहले उसका रेप किया। इस मामले में पुलिस ने अपनी चार्जशीट में बताया कि दोनों ने चार दिनों तक कई बार उस बच्ची के साथ दुष्कर्म किया इसके अलावा उसके दोस्तों भी इस मामले में शामिल है, इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।