
बिलासपुर/कांग्रेस की एक सीधी रणनीति है मतदान केंद्र में कार्यकर्ता को मजबूत करो, इसी नीति के तहत ही बिलासपुर में संकल्प शिविर हुए इसके बाद मस्तूरी और बेलतरा जिन सर्वाधिक असफल शिविर त्रिवेणी भवन बिलासपुर यहां कार्यकर्ता ने नेता को और नेता ने बड़े नेता को हँस-हँसकर धो दिया।
शहर भर में एक हारे हुए मारवाड़ी नेता के बोर्ड व बैनर इन दिनों पेड़ से लेकर शहर ऑटो तक लगे हैं। चर्चा उन्ही का है नेताजी ने अपना मतलब निकलवाने के लिए पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं को त्रिवेणी संकल्प के पूर्व कोर्टयार्ड मेरियट में रुकवाया, शिविर के बाद जिले में तीन शिविर और थे पर नेता छ. ग .और सर्किट हाउस में रुके, मेरियट में 1 रात की मेहमान नवाजी के किस्से पार्टी में अभी भी चर्चित हैं।
त्रिवेणी का संकल्प शिविर कुल चंदे से हुआ बताते हैं। श्रद्धा सहयोग में तीन ने 51,51,51 दिया बताते हैं अन्य सहयोग 11 और 21 के रहे।
सूत्र बताते हैं कि हाल ही में एक एजेंसी ने तीन 51 में से एक ऑटो नेता को बिलासपुर से गम्भीर प्रत्याशी की सूची से बाहर कर दिया है। गम्भीर प्रत्याशी की सूची मात्र तीन नाम की बताई जाती है।