
ग्राम कठिया निवासी सेवक उइके 12 अप्रैल को अपने बहनोई के भाई की बारात गया था, वह बारात में आदिवासी पारा गया था, उसके साथ उसके भाई व अन्य सम्बंधी पिरोहित उइके, अमित कुमार उइके व देवप्रसाद उइके बारात में आए थे। इस दौरान 13 अप्रैल की रात करीबन 2 बजे मंतू उइके एवं संपत उइके उनसे कहने लगे कि तुम बारात में क्यों आये हो, लड़की वालों की तरफ से क्यों नहीं आए ऐसा कहकर वो उन्हें गालियां देने लगे।
सेवक उइके ने बताया कि मना करने पर मुझे हाथ मुक्का से मारपीट करने लगे तब मेरे भाई देवप्रसाद, अमित पिरोहित बीच बचाव करने आए तो मंतू उइके और संपत उइके, नारायण उइके, जगन्नाथ उइके चारों एक राय होकर मां बहन की गालियाँ देते हुए, हाथ मुक्का से मारपीट करने लगे तथा मंतू एवं जगन्नाथ ने हाथ में रखे डंडा से मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी, और वहां से भाग गए, मारपीट से उसे व देवप्रसाद को दाहिने गाल तथा बदन में गंभीर चोट आई है और पिरोहित को सर तथा बांये कंधे में, अमित के व पीठ, बदन में चोट आया है, पीड़ित ने इस मामले की रिपोर्ट रायपुर के अंतर्गत आने वाले खरोरा थाने में की है, इसके पश्चात पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज कर धारा 154 के तहत कार्रवाई की जा रही है।