
बिलासपुर। प्रदेश के आबकारी मंत्री शहर से हैं, फिर भी आबकारी विभाग के कर्मचारी उनकी नाक के नीचे से बेखौफ होकर अपना भ्रष्टाचार का व्यापार चला रहे हैं, एक ओर मंत्री शहर को भ्रष्टाचार मुक्त करने का नारा बुलंद कर रहे हैं दूसरी ओर उन्ही के विभाग के ऐसे अधिकारी इन दावों की खिल्ली उड़ाते नजर आ रहे हैं।
बता दें कुदुदण्ड निवासी दिनेश कुमार दुबे आबकारी विभाग में सहायक ग्रेड-3 के पद पर पदस्थ है, एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दिनेश कुमार पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के धारा 13 (1e) एवं 13 (2) के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही कर रही है।
शुरुआती जांच में दिनेश के पास कुदुदण्ड में 12 सौ वर्गफीट का 2 मंजिला मकान और 1 हज़ार वर्गफीट का एक मंजिला मकान, मंगला के गंगानगर में एक आलीशान बंगला, पत्नी के नाम पर चकरभाठा में 2 एकड़ की जमीन, भारतीय नगर में 2 हजार वर्गफीट का मकान और भारतीय स्टेट बैंक में 4 जॉइंट खाता मिला, जिसमें लगभग 10 लाख रुपए की रकम ज्ञात हुई।
दिनेश की बेटी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है,इस दौरान अपनी प्रारंभिक कार्रवाई में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम जब सहायक आयुक्त के कंपोजिट बिल्डिंग स्थित पुराने कार्यालय में जांच के लिए पहुंची, तब दिनेश कुमार के पसीने छूट गए।2009 से दिनेश कुमार दुबे ने आबकारी विभाग में लिपिक पद से अपनी नौकरी की शुरुआत की थी, और 2018 तक 9 साल में इनकी सैलरी 20 लाख रुपये होनी चाहिए थी, लेकिन अभी वर्तमान में इनके पास लगभग 5 करोड़ की संपत्ति है, जिससे इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज हुआ है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत इन पर कार्यवाही की जा रही है।