बिलसपुर। भारतीय जनता पार्टी कोटा क्षेत्र के संगठन पदाधिकारियों द्वारा स्थानीय सीईओ पर जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ तानाशाही रवैय्ये और दुर्व्यवहार से पेश आने का आरोप लगाया है, उन्होंने मुख्यमंत्री से इसकी लिखित में शिकायत की है।
इस मामले में उन्होंने बताया कि चार अप्रैल को संगठन के पदाधिकारियों ने स्थापना दिवस को लेकर बैठक को थी, इस बैठक में कोटा के दो संगठन पदाधिकारियों नें कोटा में पदस्थ सीईओ हिमांशु गुप्ता पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा की थी, बिलासपुर में स्थापना दिवस पर तय हुआ कि सीईओ की लिखित शिकायत 8 अप्रैल को कोंचरा प्रवास के दौरान होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से की जाएगी।उन्होंने बताया कि कोटा जनपद सीईओ हिमांशु गुप्ता के खिलाफ ऐसे कई गंभीर आरोप कोटा जनपद अध्यक्ष सहित जनपद के सदस्यों ने जिला पंचायत सीईओ, जिला कलेक्टर व पंचायत मंत्री से लिखित में की गई, किन्तु कार्यवाही न होने पर ,उल्टे सीईओ ने जनप्रतिनिधियों व आम जनता से अपनी पहुंच और रसूख का डंका पीट-पीट कर उनके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया।
उन्होंने अपने शिकायत पत्र में उल्लेखित किया है की संगठन और जनपद पंचायत बॉडी का आरोप है कि सीईओ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, जनहित के मुद्दे पर न केवल अनदेखी करते है बल्कि अपनी ऊंची पहुंच की धौंस भी देते है।
संगठन के पदाधिकारियों का आरोप है कि सीईओ मजदूरी भुगतान में देरी करते हैं, ग्राम पंचायतों में शौचालय पूरे बने ही नही है उन्हें ODF कर दिया, प्रधानमंत्री आवास योजना में खुद को लाभ पहुंचाने मुख्यमंत्री के आदेश को दरकिनार कर गरीब हितग्रहियों का अहित करते हुए अपने लोगों को ठेके में प्रधानमंत्री आवास बनाने की छूट दे दी, उन्होंने बताया कि सीईओ हिमांशु शासन से स्वीकृत किसी भी निर्माण कार्य को तब तक स्वीकृति प्रदान नहीं करते जब तक उन्हें कमीशन नही मिल जाता।
अब देखना यह होगा कि अपने ही पार्टी कार्यकर्ताओं की शिकायत पर मुख्यमंत्री क्या निर्णय लेते हैं, इससे पहले भी कोटा सीईओ हिमांशु गुप्ता के खिलाफ कई शिकायत आ चुकी है जिनमें अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।