
बिलासपुर। अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने की कोशिश करती है, ओम शांति ओम का यह डायलॉग सुनने में जरूर फिल्मी है मगर असल जिंदगी में बैसाखा बाई का जीवन इसका जीता जागता उदाहरण है।
बैसाखा बाई 80 वर्षीय वृद्ध महिला है जो दिल्ली में रहने वाले अपने बेटे सरवन के यहां से भटककर करनाल पहुंच गई थी, यहां भूपेन्द्र नाम के युवक से उसकी मुलाकात हुई, भपेन्द्र ने बैसाखा बाई के बारे में व्हाट्सएप में घरवालो का पता लगाने के लिए वीडियो बनाकर वायरल किया, इस माध्यम से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला व थाना रतनगढ़ का होने की सूचना उभरकर आई, इस वीडियो को पुलिस अधीक्षक बिलासपुर आरिफ़ एच शेख़ ने गम्भीरता से लेते हुए उक्त वीडियो क्लिपिंग को थाना प्रभारी रतनपुर को भेजकर परिजनों का पता लगाने का निर्देश दिया।
मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी के निर्देश का पालन करते हुए थाना प्रभारी रतनपुर द्वारा महिला बैशाखा बाई के परिजनों का पता लगवाया गया, इसमे पता चला कि उक्त महिला का ससुराल ग्राम बुडेना जांजगीर-चाम्पा एवं मायका ग्राम बसहा थाना सीपत जिला बिलासपुर का पता चला।
तफ़्तीश में यह बात सामने आई कि बैशाखा बाई की बड़ी बेटी जवा बाई, बालको में नौकरी करती है इसकी जानकारी प्राप्त होने पर तलब कर उसके साथ पुलिस बल भेजकर बिलासपुर पुलिस ने करनाल पहुंच कर बैसाखा बाई को बरामद कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।