बिलासपुर। 2 दिन पहले उसलापुर में हुए चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है, पकड़े गए आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है इस मामले में पुलिस ने चोरी हुए नल की टोटी खरीदने वाले दुकानदार को भी हिरासत में ले लिया है।
इस घटना का मुख्य आरोपी रवि ध्रुव को पुलिस ने चकरभाटा थाना के अंतर्गत आने वाले ग्राम रहंगी स्थित घर से पकड़ा है पूछताछ के दौरान आरोपी ने साढ़े 3 लाख की चोरी किए जाने से इनकार किया है।
उक्त मामले में एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर ने बताया है कि 4 अप्रैल को इसलापुर रघुनाथ पुरा निवासी अक्षय तिवारी पिता एसएम तिवारी के यहां चोरी होने की शिकायत सकरी थाने में दर्ज कराई गई थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया की चोरी की वारदात 3 अप्रैल को रात में हुई जिस वह अपनी माँ के साथ पिता का इलाज कराने हैदराबाद गए थे, इस दौरान अनजान चोरों ने सूने घर को निशाना बनाकर ताला तोड़ नगद रकम साढ़े तीन लाख रूपए सहित मोबाइल, जेवर और जरूरी कागजात पार कर दिया।
मामले की जानकारी मिलते ही शहर SP आरिफ शेख के निर्देश पर एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर पर डीएसपी नसर सिद्दीकी की अगुवाई में टीम गठित कर सकरी थाना प्रभारी प्रतीक चतुर्वेदी को मामले को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए गए, उन्होंने बताया कि चोरी की शिकायत मिलते ही मौके पर पुलिस अधिकारियों के साथ डॉग स्कावयड,फिंंगर प्रिंट की टीम बी पहुंची, और घटना स्थल का गहन निरीक्षण किया गया।
इस दरमियान क्राइम ब्रांच टीम को उसलापुर से जानकारी मिली कि रवि ध्रुव पिता मुन्ना ध्रुव को एक नाबालिक के साथ घटना के दिन देखा गया था रवि ध्रुव आवेदन अपराधी नहीं है पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि वह आजकल रहंगी में रहता है जिस पर पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए उसे रहंगी स्थित घर से धर दबोचा।
रवि से बयान लिया गया इसके बाद नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया जिसके बाद दोनों ने बताया कि सूने घर से मोबाइल, कागजात समेत अन्य सामानों की चोरी की है, लेकिन दोनों ने साढ़े तीन लाख रूपए नगद की चोरी से इंकार किया। आरोपियों ने बताया कि नल की टोंटी मगरपारा चौक के पास सुनील सोनी को 12 सौ रूपए में बेंचा, दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने नल की टोटी को बरामद कर खरीददार को भी पकडा है।
नीरज चन्द्राकर ने बताया कि साढ़े तीन लाख रूपए चोरी से इंकार किये जाने पर दुबारा प्राथी अक्षय तिवारी से सम्पर्क किया गया। अक्षय ने बताया कि तिजोरी में साढ़े तीन लाख रूपए थे। रिपोर्ट लिखाने के बाद मालूम हुआ कि पिता जी ने रूपए निकाल लिए थे, वहीं आरोपियों ने बताया कि तिजोरी में पांच छः रूपए थे, जिसे उन्होने नशा पानी में खर्च कर दिया।