बिलासपुर। जनता जोगी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने फिर से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व सीईओ को निशाना बनाकर एक प्रेस नोट के माध्यम से इन आरोपों को लगाया है कि नौकरी ज्वाइन करते समय उनके द्वारा प्रस्तुत किया गया विकलांग प्रमाण पत्र झूठा है।
मनीशंकर ने गुरु दीवान को घोटालों और फर्जीवाड़े का गुरु है उन्होंने बताया कि इससे पहले भी विकास गुरु दीवान पूर्व सीईओ के द्वारा अपने सर्विस में जमा किया गया डिग्री प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है, इसी कड़ी में उनके फर्जीवाड़े का एक और नया मामला सामने आया है उन्होंने बताया कि गुरु दीवान द्वारा विकलांग होने का जो प्रमाण पत्र जमा किया गया है वह भी फर्जी प्रमाणित हुआ है।
मनीशंकर ने बताया कि नौकरी ज्वाइन करते समय गुरु दीवान ने कान से 48 प्रतिशत श्रवण बाधित विकलांग का प्रमाण पत्र जमा किया था, जबकि ज्वाइन करते समय जिला सहकारी बैंक के द्वारा कराए गए मेडिकल रिपोर्ट में उन्हें किसी प्रकार का भी विकलांग होना नहीं पाया गया, इसमे उन्होंने पूर्ण स्वस्थ होने का प्रमाण पत्र जमा कराया, इस तरह उनके द्वारा डिग्री में एवं विकलांगता प्रमाण पत्र में फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के साथ ही अपने जन्म तिथि में भी फर्जी प्रमाण पत्र पेश कर नौकरी करना पाया गया है। जकांछ प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि मांगी गई उम्र सीमा 35 वर्ष को पार करते हुए 36 वर्ष 9 माह होने के बावजूद उन्होंने अपनी सर्विस जॉइन की इस तरह इनकी टोटल डिग्री फर्जी है, उन्होंने जिला सहकारी बैंक को धोखा में रखकर धोखाधड़ी कर नौकरी हासिल किया है, जिसके फल स्वरूप इनके खिलाफ अभी तक चार से पांच बार एफआईआर करने का आदेश जारी किया गया है पर आज तक इनके खिलाफ एक भी एफआईआर दर्ज नहीं कराया गया ना ही कोई कार्यवाही की गई है।
मनीशंकर ने बैंक प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन सभी बातों से साफ होता है की बैंक प्रबंधन इन्हें बचा रही है और उनके द्वारा इन्हें प्रश्रय मिला है।उन्होंने चेतावनी दी कि अगर गुरु दीवान के खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही नहीं की गई तो उन्हें मजबूरन न्यायालय की शरण में जाना होगा।