
बिलासपुर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वित्तीय अनियमितता की जांच पर दोषी पाए जाने पर पूर्व बीएमओ, बीपीएम एवं आरएमए के खिलाफ उच्च अधिकारियों को इस मामले की जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कमर्चारी संघ के बिलासपुर इकाई ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से इस मामले में जांच की मांग की है।
मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिल्हा व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लिंगियाडीह का है, जहां जीवन दीप समिति द्वारा वित्तीय खर्च में जांच क्रम नियमों का पालन न करते हुए दवा, उपकरण एवं अन्य सामग्री खरीदी में आपत्ति दर्ज कराते हुए दोषी पाया गया है।
उन्होंने बताया है कि जांच में खण्ड चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर जीवन दीप समिति की सभी 11 बैठकों में प्राथमिक सामुदायिक केंद्रों के लिए विभिन्न प्रकार की खरीदी का प्रस्ताव पारित कर 2014, 16 में खण्ड चिकित्सा अधिकारी के स्तर से खरीदी में गड़बड़ी की गई है, इसमे जिम्मेदार अधिकारियों की भी मिलीभगत है।
इस आवेदन के माध्यम से छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष रविन्द्र तिवारी ने जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर बिल्हा ब्लॉक के शेष प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित हो रहे जीवनदीप समिति की जांच की मांग की है।