
बिलासपुर। नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक आज सम्पन्न हुई, वाद-विवादों, प्रश्न-उत्तरों का दौर सदन की फिजा में कुछ इस कदर छाया रहा, कि पक्ष विपक्ष में कई मुद्दों को लेकर जमकर बहस हुई, आरोप पर आरोप लगते रहें इसी बीच-बहस की स्थिति में बैठक सम्पन्न हुई।इस दौरान सामान्य सभा के प्रश्नकाल के मौके पर कांग्रेस पार्षदों ने यह सवाल उठा दिया कि इस बंदरबांट में कितना कमीशन मिलता है, यह सुनते ही भाजपा आक्रोशित हो उठी और इन सभी बातों को बेबुनियाद बताते हुए सदन में जमकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया।
सामान्य सभा में भाजपा के एक पार्षद द्वारा प्रश्न के जवाब दिए जाने को लेकर ज्यादा समय लेने पर कांग्रेसी पार्षदों ने पक्ष पर षड्यंत्र का आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि पक्ष को प्रश्न का जवाब न देना पड़े इसलिए ऐसा जानबूझकर किया गया है, पक्ष से इस बारे में पूछने पर उन्होंने इस आरोप को नकारते हुए बेमतलब करार दिया, इस अवसर पर वाद विवाद की स्थिति से माहौल गर्माने पर सभापति ने 15 मिनट के लिए सभा स्थगित करवा दी, इसके पश्चात सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कुछ प्रस्तावों को छोड़कर शेष बचे प्रस्तावों को सबकी एकमत से पास कर दिया गया, इस दौरान इन मुद्दों पर अंतिम निर्णय लिया गया जिसमें वार्ड नं. 22 में शहीद विनोद चौबे के नाम पर सभागार बनाने, पीपीपी मॉडल के जरिए निगम ढाई करोड़ रुपए खर्च कर बंधवापारा तालाब का सौंदर्यीकरण कराने, फायर स्टेशन बनाने के लिए शासन को वार्ड नंबर 2 में जमीन देने सहित अन्य प्रस्ताव पास किया गया।
प्रश्नकाल के दौरान हुई जमकर बहसबाज
नगर निगम के टाउन हॉल में आज 11 बजे से सामान्य सभा शुरू हुई, प्रश्नकाल के लिए सभा के पहले 1 घण्टे को आरक्षित रखा गया था, इस दौरान भाजपा और कांग्रेस पार्षदों के सवाल के जवाब महापौर किशोर राय को देना था, इसी दौरान दो प्रश्नों के जवाब देने के बाद भाजपा पार्षद दिनेश देवांगन ने सवाल किया कि शहर में कितने निर्माण कार्यों को बिना ग्रीन नेट लगाए किया जा रहा है, निगम ने कितने पर कार्रवाई की है इसके जवाब में मेयर ने बताया कि कोर्ट के निर्देशों पर ग्रीन नेट लगाने को कारवाई की जा रही है, इसके तहत कुल 35 लोगों को नोटिस दिया गया है, महापौर 35 लोगों के नाम बताने लगे, इस पर नेताप्रतिपक्ष शेख नजीरुद्दीन ने आपत्ति जताते हुए कहा नाम पढ़कर समय को बर्बाद किया जा रहा है, उन्होंने भाजपा पार्षद और अधिकारियों पर कमीशन लेने का आरोप लगा दिया, इस पर भाजपा ने माफी मांगने की मांग की इसके पश्चात माहौल गर्माने लगा, जिसे देखते हुए सभापति ने सभा 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
हड़ताल की मांगों को लेकर कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन, जमकर लगाए नारे
सामान्य सभा के दौरान सफाईकर्मियों को भी कांग्रेस पार्षदों ने बुला लिया था, उन्होंने नियमितीकरण की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की कुछ देर बाद नारेबाजी का कोई असर ना होने पर वह वापस लौट गए, उनके समर्थन में कांग्रेस पार्षदजनों ने कहा वह अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे, जब तक मांग पूरी नहीं की जाएगी।
कांग्रेस पार्षदों ने कहा बजट का उपयोग भ्रष्टाचार में होता है
कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि नगर निगम में लगातार भ्रष्टाचार चल रहा है, करोड़ो का घोटाला किया जा रहा है, ठेकेदार खुद बताते हैं कि उन्हें किसी को 20 परसेंट तो किसी को 30 परसेंट तो कहीं पर 5 परसेंट कमीशन देना पड़ता है, ग्रीन नेट में भी भ्रष्टाचार जोरों से जारी है कमीशन लेकर चालान वापस ले लिया जाता है, उन्होंने बजट को भी भ्रष्टाचार के प्रयोग के लिए बताया, वहीं इन सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते हुए भाजपा ने कोई मुद्दा न होने पर बेकार के मुद्दों को बनाए जाने की बात कही।