
बिलासपुर। सूचना संकलन करके सत्ताधारी दल को घेरा जाता है, यह सब जानते हैं। यह काम विपक्षी दल ज्यादा करते हैं। इस काम के विशेषज्ञ भी हैं, कुछ पार्टी कार्यकर्ता स्वयं विशेषज्ञ हैं, कुछ इस काम के लिए विशेषज्ञों की सेवा लेते हैं।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में इन दिनों में नेता के गुट तो चल ही रहे हैं, सूचना संकलन करने वालों में भी गुटबाजी है सूचना संकलन के काम में तो कुछ के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज है।
कुछ ने तो पार्टी भी बदल ली। मार्च के आखिरी सप्ताह में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के बैनर पर असंबद्ध विधायक अमित जोगी ने पत्रकार वार्ता की। बताते हैं कि इंतजाम दल के बिलासपुर प्रत्याशी का था, मंच पर काफी दिन से सक्रिय वाणी दिखी पर बोली कुछ नहीं। जिन सूचना के आधार पर पत्रकारवार्ता हुई, असल में उनका संकलन आउटसोर्सिंग से हुआ था, पूरी जानकारी एक गुट ने अपनी बताकर श्रेय ले लिया।
सूचना संकलन का यह खेल अभी कई दिनों चलेगा और इस हथियार से सिर्फ सत्ता पक्ष ही नहीं अन्य राजनीतिक दल के नेता भी घायल होंगे।